बुझ गई पुलिस की तीसरी आंख, नहीं होतीं तस्वीरें कैद

झुमरीतिलैया शहर की सुरक्षा पुख्ता ढंग से हो सके इसके लिए वर्ष 2

By JagranEdited By: Publish:Tue, 29 Sep 2020 07:29 PM (IST) Updated:Wed, 30 Sep 2020 05:14 AM (IST)
बुझ गई पुलिस की तीसरी आंख, नहीं होतीं तस्वीरें कैद
बुझ गई पुलिस की तीसरी आंख, नहीं होतीं तस्वीरें कैद

संवाद सहयोगी, कोडरमा: झुमरीतिलैया शहर की सुरक्षा पुख्ता ढंग से हो सके, इसके लिए वर्ष 2016 में शहर के महत्वपूर्ण चौक-चौराहों पर हाई डेफिनेशन सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। पुलिस अधीक्षक आवास से उसकी मॉनिटरिग के लिए कंट्रोल रूम बनाए गए थे, लेकिन दो साल के बाद ही देखरेख के अभाव में ये सारे सीसीटीवी कैमरे खराब हो गए हैं। शहर की सुरक्षा व्यवस्था फिलहाल तीसरी आंख की बजाय पुलिस पेट्रोलिग के भरोसे है। उल्लेखनीय होगा कि 2016 में तत्कालीन एसपी वाइएस रमेश के प्रयास से झुमरीतिलैया के महाराणा प्रताप चौक, गणेश होटल और झंडा चौक पर हाई डेफिनेशन कैमरे लगाए गए थे। महाराणा प्रताप चौक पर एमआर होटल में, सुभाष चौक पर गणेश होटल के सामने और झंडा चौक के ऊपर कैमरे इंस्टाल किए गए थे, लेकिन वर्तमान स्थिति में कैमरे तो आज भी टंगे पड़े हैं, लेकिन इसमें तस्वीरें कैद होना बंद हो गई हैं। सारे कैमरे नाइट विजन कैमरे थे और रात की गतिविधि को बखूबी रिकार्ड करने में सक्षम थे। साथ ही इन कैमरों में काफी दूर तक का नजारा साफ क्वालिटी में देखा और रिकार्ड किया जाता था। इसके अलावे रात में भी शहर में होने वाली हर गतिविधियों को कंट्रोल रूम में बैठे-बैठे देखा जाता था और जरूरत पड़ने पर उन इलाकों में फौरन पुलिस बलों को भेजा जाता था। लेकिन अब कोडरमा पुलिस की तीसरी आंख बुझ गई है। फिर से कैमरों को किया जाएगा इंस्टाल::एसपी

एसपी डॉ. एहतेशाम वकारीब ने कहा कि शहर की सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह से दुरुस्त है और एक बार फिर से शहर की सुरक्षा व्यवस्था के लिए सीसीटीवी कैमरे इंस्टाल किए जाएंगे। उन्होंने बताया मौजूदा सीसीटीवी कैमरे की स्थिति का निरीक्षण और नए कैमरे लगाने के लिए होने वाले खर्चों के आकलन के लिए एसडीपीओ राजेंद्र प्रसाद को डीपीआर तैयार करने की जिम्मेदारी दी गई है। डीपीआर तैयार होते ही फिर से शहर में चौक-चौराहों पर कैमरे लगाए जाएंगे। उन्होंने बताया कि फिलहाल शहर की सुरक्षा के लिए पुख्ता पेट्रोलिग की व्यवस्था है। साथ ही पैंथर जवानों के अलावे सादे लिबास में पुलिस के जवानों की तैनाती भी होती रहती है, जो हर गतिविधियों पर नजर रखते हैं।

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