सामुदायिक संक्रमण को देखते हुए प्रशासन अलर्ट
जिस तरह से पिछले कुछ दिनों में कोडरमा जिले के शहरी इलाकों में कोरोना संक्रमण का दायरा बढ़ रहा है।
संवाद सहयोगी, कोडरमा: जिस तरह से पिछले कुछ दिनों में कोडरमा जिले के शहरी इलाकों में बिना ट्रैवल हिस्ट्री व कांटैक्ट हिस्ट्री के कोरोना संक्रमण के मामले आ रहे हैं, उससे कोरोना के सामुदायिक संक्रमण का खतरा बढ़ने लगा है। शहरी क्षेत्रों के गली मोहल्लों में पिछले एक सप्ताह से लगातार कोरोना संक्रमण के मामले सामने आ रहे हैं। हाल के दिनों में कई लोग बगैर किसी ट्रैवल हिस्ट्री के पॉजिटिव पाए गए हैं। साथ ही कुछ मामलों में किसी पॉजिटिव मरीज के सीधे कांटेक्ट में आए बगैर पॉजिटिव हो गए हैं। इसके अलावा कुछ लोग बगैर फ्लू के लक्षण मिले जांच करवाने पहुंचे तो उनकी भी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इससे परिवार के एक सदस्य से दूसरे सदस्य में संक्रमण का खतरा बढ़ने लगा है।
उपायुक्त ने की बैठक
उपायुक्त रमेश घोलप की अगुवाई में कोविड-19 को लेकर समीक्षात्मक बैठक में कोरोना संक्रमण के दायरे को फैलने से रोकने के लिए ऐहतियाती कई कदम उठाने का निर्णय लिया गया। साथ ही राज्य में 31 जुलाई तक जारी लॉकडाउन को कड़ाई से लागू रखने के लिए बुधवार से प्रशासनिक अमला पूरी तरह मुस्तैद नजर आया। झुमरीतिलैया और कोडरमा में बगैर मास्क बेवजह घूमने वाले लोगों को पकड़ा गया, और कुछ लोगों को क्वारंटाइन सेंटर भेज दिया गया। :::पाबंदियों के बावजूद अनलॉक में बाजारों में बढ़ी भीड़:::
राज्य में जारी लॉकडाउन के बीच अनलॉक शुरू होते ही सड़कों पर भीड़ लगने लगी थी। लोग दूध, सब्जी और राशन की खरीदारी के लिए तो बाहर निकल ही रहे थे, इसके अलावे धार्मिक स्थलों और कुछ शिक्षण संस्थानों में भी कम संख्या में लोगों की आवाजाही भी शुरू हो गई थी। रियायतों का लाभ उठाकर कुछ होटल और रेस्टोरेंट का व्यवसाय भी शुरू हो गया था। जबकि राज्य में फिलहाल 31 जुलाई तक धार्मिक स्थल, सामाजिक, राजनीतिक, खेल, मनोरंजन, शैक्षणिक, सांस्कृतिक-धार्मिक कार्यक्रम, स्कूल, कॉलेज, कोचिग, सिनेमा हॉल, जिम, स्वीमिग पुल, मनोरंजन, पार्क, सभा भवन, सैलून आदि के खुलने पर प्रतिबंध जारी है।