पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा, क्षेत्र में बढ़ेगा रोजगार
गजेंद्र बिहारी कोडरमा जिले में पर्यटन क्षेत्र के रूप में विकसित होने की उम्मीद परवान चढ़न
गजेंद्र बिहारी, कोडरमा : जिले में पर्यटन क्षेत्र के रूप में विकसित होने की उम्मीद परवान चढ़ने लगी है। युवा उपायुक्त भी इस दिशा में प्रयासरत हैं। सभी पर्यटन स्थलों पर विकास योजनाएं शुरू कर दी गई हैं। आने वाले दिनों में पर्यटक स्थलों पर लोगों की चहलकदमी बढ़ेगी। अन्य जिलों के अलावा दूसरे राज्यों से भी लोग यहां पर्यटन स्थलों को देखने के लिए पहुंचने की उम्मीद बढ़ी है। पर्यटन कला संस्कृति, खेलकूद एवं युवा कार्य विभाग ने जिले के तीन स्थलों को पर्यटन स्थल का दर्जा दिया है। इसमें चंदवारा के पुतो स्थित महादेव धाम मंदिर, मरकच्चो के पंचखेरो डैम तथा झुमरीतिलैया के झरनाकुंड धाम है। इन तीनों स्थलों के पर्यटन क्षेत्र का दर्जा मिलने से विकास की गति तेज होगी। विभाग से भी समय-समय पर फंड दिया जाएगा। आम भागीदारी बढ़ेगी एवं इन क्षेत्रों में रोजगार के भी अवसर सृजित होंगे। चंदवारा का पुतो धाम लोगों की आस्था से जुड़ा है। यहां पूरे वर्ष भर आम श्रद्धालुओं की भीड़ होती है। शिव मंदिर होने के साथ-साथ यहां दो नदियों का मिलन होता है। ऐसे में लोगों की मान्यता है कि इस नदी में स्नान के उपरांत पवित्र जल के अभिषेक से भगवान प्रसन्न होते है। सावन माह में यहां लोगों का हुजूम लगा रहता है। विभिन्न इलाकों से लोग पहुंचकर भगवान शंकर का जलाभिषेक करते है। क्षेत्र के लोगों ने इसे पर्यटन स्थल का दर्जा को लेकर वर्षों से प्रयासरत थे, जो अब सफलता मिली है। चंदवारा की प्रमुख लीलावती देवी, आरागारो मुखिया महेंद्र यादव ने सरकार व जिला प्रशासन के प्रति आभार व्यक्त करते हुए हर्ष जताया है। उन्होंने कहा कि पर्यटन क्षेत्र का दर्जा को लेकर पूर्व विधायक मनोज यादव के नेतृत्व में वर्षों से प्रयास किया जा रहा था। अब सफलता हाथ लगी है। पर्यटन क्षेत्र का दर्जा मिलने से इस इलाके का बेहतर विकास होगा। इससे रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। वहीं हर्ष व्यक्त करने वालों में लक्ष्मण प्रसाद यादव ,रामप्रसाद यादव, बिरेंद्र कुमार यादव, सुरेश यादव, शनीचर पंड़ित, अशोक सिंह, नारायण यादव, बालेशवर यादव, महाबीर पंड़ित, महाबीर यादव, धनंजय सिंह, रवि साव, बीरबल साव, धनेश्वर साव, नन्दु साव, मनोज साव, लालदेव साव, संजय मोदी, संतोष यादव ,विशुन रविदास, केदार पंडित आदि शामिल है। झरनाकुंड से जुड़ी है लोगों का आस्था :
झुमरीतिलैया के झरनाकुंड में भी भगवान शिव के साथ लोगों की आस्था जुड़ी हुई है। लोगों का मानना है कि यहां शिवलिग की उत्पति कई साल पहले हुई है। वन क्षेत्र होने के कारण प्रशासन द्वारा किसी तरह का विकास कार्य करवाना संभव नहीं हो पाता है। अब पर्यटन विभाग से ही इस क्षेत्र को दर्जा दिए जाने के बाद विकास का रास्ता भी साफ होगा। सरकार के इस पहल से क्षेत्र के लोगों में खुशी है।