पालीथिन से फैल रहा प्रदूषण, लोग इस्तेमाल से बचें: डीसी
संवाद सहयोगी कोडरमा पालीथिन से पर्यावरण पर गंभीर दुष्प्रभाव पड़ रहा है। आम आवाम के
संवाद सहयोगी, कोडरमा : पालीथिन से पर्यावरण पर गंभीर दुष्प्रभाव पड़ रहा है। आम आवाम के जागरूकता से ही इस पर नियंत्रण पाया जा सकता है। ऐसे में लोगों को भावी पीढ़ी की सुरक्षा के लिए पालीथिन इस्तेमाल से दूर रहने की जरूरत है। कोडरमा के उपायुक्त आदित्य रंजन ने सोमवार को जिला पर्यावरण समिति की बैठक में पदाधिकारियों को अभियान चलाकर लोगों को जागरूक करने की अपील की। कहा कि लोगों को पालीथिन के दुष्प्रभावों से अवगत कराते हुए इस्तेमाल न करने को लेकर जागरूक करने की जरूरत है। सिगल यूज पालीथिन के इस्तेमाल के रोकथाम के लिए चैंबर ऑफ कामर्स के साथ भी बैठक करने को कहा। वहीं पालीथिन के इस्तेमाल नहीं करने वाले दुकान संचालकों से शपथ पत्र लेने एवं फूल देकर सम्मानित करने को कहा। बैठक में जिले में प्रदूषण कंट्रोल करने को लेकर जिला पर्यावरण योजना पर विस्तृत रुप से चर्चा की गई। उपायुक्त ने कहा कि नगर पंचायत व नगर परिषद् व ग्रामीण इलाकों से गीला व सूखा कचरा को अलग-अलग तरीके से उठाव व निष्पादन करने की जरूरत है। खनन एवं क्रशर से होने वाले प्रदूषण पर चिता व्यक्त करते हुए हर हाल में नियंत्रण करने की बात कही। उन्होंने क्रशर व खनन के चारों तरफ अभियान चलाते हुए पौधारोपण कराने का निर्देश दिया। साथ ही सभी बीडीओ को पंचायतों में स्थल चिह्नित कर अपशिष्ट पदार्थ को एकत्रित करने को कहा गया। वन एवं सरकारी भूमि पर अवस्थित पहाड़ों के आसपास की भूमि को अतिक्रमण मुक्त करते हुए अभियान चलाने पर भी विचार-विमर्श हुआ। इसके लिए सभी सीओ को निर्देश दिया गया। उपायुक्त ने कहा कि सरकारी व वन भूमि को चिन्हित कर इसकी सुरक्षा के सभी उपाय करें ताकि भविष्य में अतिक्रमण नहीं हो सके। इसके लिए अंचल अधिकारी एवं वन क्षेत्र पदाधिकारी कार्रवाई पर रिपोर्ट उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। मौके पर पुलिस अधीक्षक कुमार गौरव, वन प्रमंडल पदाधिकारी सूरज कुमार सिंह, अपर समाहर्ता अनिल तिर्की, अनुमंडल पदाधिकारी मनीष कुमार, सिविल सर्जन डा. डीपी सक्सेना, सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी व अंचल अधिकारी, नगर पंचायत कोडरमा कार्यपालक पदाधिकारी जितेंद्र जैसल, नगर प्रशासक झुमरी तिलैया व अन्य मौजूद थे।