विभिन्न मांगों को लेकर रेलकर्मियों ने किया धरना-प्रदर्शन
संवाद सहयोगी झुमरीतिलैया (कोडरमा) रेलवे कालोनियों और आवासों की जर्जर हालत में सुधार
संवाद सहयोगी, झुमरीतिलैया (कोडरमा): रेलवे कालोनियों और आवासों की जर्जर हालत में सुधार और इंजीनियरिग कर्मचारियों को दूसरे विभागों में पदोन्नति प्रक्रिया चालू करने की मांग के साथ रेलवे कर्मचारियों ने सहायक मंडल अभियंता (एईएन) कोडरमा तथा गझंडी कार्यालय पर जोरदार प्रदर्शन किया। ईसीआरकेयू के बैनर तले एकजुट होकर कोडरमा गझंडी शाखा के पदाधिकारियों, युवा और सक्रिय सदस्यों ने रेल आवासों सहित गैंग हटों में बुनियादी सुविधाओं के घोर अभाव को इंजीनियरिग विभाग द्वारा निराकरण नहीं किए जाने के प्रति अपना सामूहिक प्रतिरोध का प्रदर्शन किया। उक्त जानकारी देते हुए ईसीआरकेयू कोडरमा गझंडी शाखा सचिव बीबी सिंह ने कहा कि रेल प्रशासन कर्मचारियों पर काम का बोझ बढ़ाती जा रही है, लेकिन निर्धारित बुनियादी सुविधाओं पर तनिक भी ध्यान नहीं दे रहा है। इससे पारिवारिक जीवन कष्टमय हो गया है। कालोनियों में गंदगी कचरे और बेतरतीब झाड़ियों का अंबार लगा है। नाली के पानी के निकासी व्यवस्था जर्जर होने के कारण जहां-तहां आवासों के सामने और सड़कों पर जलजमाव रहता है। इन सभी स्थितियों पर प्रशासन का ध्यान आकर्षित करने के लिए यह प्रदर्शन किया जा रहा है। साथ ही ईसीआरकेयू के बैनर तले रेलकर्मी रेल प्रशासन को आगाह करने के लिए एकजुट हुए हैं कि हमारे कालोनियों और आवासों की स्थिति में जरूरी सुधार जल्द किए जाएं। रेलकर्मियों के इस प्रदर्शन में बड़ी संख्या में रेलकर्मियों ने भाग लिया तथा 12 सूत्रीय मांगपत्र सहायक मंडल अभियंता कोडरमा को सौंपा।
मौके पर शाखा अध्यक्ष अभय कुमार, कार्यकारी अध्यक्ष संजीव नयन, संयुक्त सचिव अर्पण वर्मा, संगठन मंत्री विश्वजीत कुमार उपाध्यक्ष, बृजेश कुमार यादव, संगठन मंत्री गिरजेशकुमार, सहायक सचिव नेपाल यादव सहित सैकड़ों संख्या में कर्मचारी उपस्थित थे।
::::::::::: रेलकर्मियों का मुख मांगें :::::::::::
1. बंचिग का लाभ जल्द दिया जाए।
2. कैडर पुनर्गठन का लाभ और उसके एरियर के भुगतान किया जाए।
3. इंजीनियरिग के समस्त स्थापना संबंधित कार्य मंडल स्तर पर कार्मिक विभाग को सौंप दिया जाए।
4. छोटी छोटी शास्तियों पर आर्थिक दंड देने की प्रवृत्ति बंद हो।
5. जीडीसीई की परीक्षा प्रक्रिया पूरी की जाए।
6. एलडीसीई ओपन टू आल चालू किया जाए।
7. 20 प्रतिशत इंटेक कोटा प्रक्रिया शुरू किया जाए।
8. रन ओवर के मामले पर रोक के लिए आधुनिक संयंत्रों की व्यवस्था की जाए।
9. आवासों, गैंग हटों और गेट पर पर्याप्त सुविधा दी जाए।
10. महिला रेलकर्मियों के कार्यस्थल पर अलग से वाशरूम की व्यवस्था की जाए।
11. रेलपथ और कार्य विभाग के निम्न पदों के कर्मचारियों को पदोन्नति की व्यवस्था की जाए।
12. रेलवे आवासों की जर्जर स्थिति में सुधार किया जाए।