शिक्षा के बगैर समाज का विकास संभव नहीं : वासुदेव
संवाद सूत्र जयनगर (कोडरमा) शिक्षा शेरनी के दूध जैसा होता है जो इसे पी लेता है वह शेर
संवाद सूत्र जयनगर (कोडरमा): शिक्षा शेरनी के दूध जैसा होता है जो इसे पी लेता है वह शेर के जैसा दहाड़ता है। उक्त बातें अखिल भारतीय धोबी महासंघ के प्रदेश उपाध्यक्ष वासुदेव धोबी ने रविवार को जयनगर में आयोजित प्रखंड स्तरीय संघ के चुनाव के दौरान कही। उन्होंने कहा कि आज शिक्षा के बगैर किसी भी समाज का विकास संभव नहीं है। जब तक लोग शिक्षित व जागरूक नहीं होंगे तब तक अपने हक और अधिकार की लड़ाई नहीं लड़ पाएंगे। इसलिए समाज को सबसे पहले पूर्णरूप से शिक्षित करना होगा। जिला सचिव खगेंद्र राम ने कहा कि समाज में फैली कुरीतियों को दूर किए बगैर समाज का विकास संभव नहीं है। हमें मिलजुल कर समाज में फैली कुरीतियों को दूर करना होगा तभी हम सशक्त समाज की कल्पना कर सकते हैं। कार्यक्रम को डॉ कैलाश प्रसाद, चंद्रिका राम, दशरथ राम, सुधीर कुमार आदि ने भी संबोधित किया और शिक्षा को बढ़ावा देने की बात कही। इस दौरान प्रखंडस्तरीय कमेटी का पुनर्गठन किया गया जिसमें जनकदेव राम को अध्यक्ष, अर्जुन राम को सचिव तथा भातु प्रसाद रजक को कोषाध्यक्ष चुना गया। जबकि रामचंद्र धोबी को उपाध्यक्ष, सुखदेव राम तथा राजेंद्र रजक को संयुक्त रूप से उप सचिव चुना गया। बैठक की अध्यक्षता प्रखंड अध्यक्ष जनकदेव राम ने किया। इस अवसर पर सुमित कुमार, महेंद्र राम, सुरेश राम, रामप्रसाद धोबी, मुखिया बैजनाथ प्रसाद रजक, अनूप कुमार, बलदेव रजक, विनोद रजक, अध्य कुमार आदि उपस्थित थे।