कुपोषण समाज के लिए अभिशाप : डा. संध्या

संवाद सहयोगी झुमरीतिलैया (कोडरमा) जेजे कालेज में राष्ट्रीय सेवा योजना द्वारा कुपोषण छोड़

By JagranEdited By: Publish:Mon, 06 Sep 2021 07:28 PM (IST) Updated:Mon, 06 Sep 2021 07:28 PM (IST)
कुपोषण समाज के लिए अभिशाप : डा. संध्या
कुपोषण समाज के लिए अभिशाप : डा. संध्या

संवाद सहयोगी, झुमरीतिलैया (कोडरमा): जेजे कालेज में राष्ट्रीय सेवा योजना द्वारा कुपोषण छोड़ पोषण की ओर विषय पर वेबिनार का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का आरंभ राष्ट्रीय सेवा योजना के लक्ष्य गीत से हुआ। कार्यक्रम पदाधिकारी डा. रिमझिम रूखरियार ने स्वागत भाषण देते हुए विषय प्रवेश कराया।

मुख्य वक्ता डा. अशोक अभिषेक ने पोषण अभियान पर प्रकाश डालते हुए पूरे महीने कराए जाने वाली विभिन्न गतिविधियों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा चार साप्ताह की थीम के साथ पूरे महीने में गतिविधियों की श्रृंखला तैयार की है। पहले सप्ताह थीम पौधरोपण गतिविधि पर आधारित है, जिसके तहत पोषण वाटिका विकसित किया जाना है। दूसरे सप्ताह थीम पोषण के लिए योग और आयुष है, जिसके अंतर्गत ग्राम वासियों को योग एवं प्राणायाम का प्रशिक्षण दिया जाएगा। साथ ही आयुष मंत्रालय द्वारा कुपोषण से उबरने के उपायों की जानकारी दी जाएगी। तीसरे सप्ताह थीम ज्यादा बोझ वाले जिलों के आंगनबाड़ी लाभार्थियों को क्षेत्रीय पोषण किट के वितरण के रूप में तय किया गया है। अंत में, चौथे सप्ताह थीम एसएएम (गंभीर रूप से तीव्र कुपोषित) बच्चों की पहचान और पौष्टिक भोजन का वितरण' है। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए जेजे कॉलेज की प्राचार्या डा. संध्या प्रेम ने कहा कि कुपोषण समाज के लिए अभिशाप है। इसके खिलाफ मिलकर लड़ने की जरूरत है। उन्होंने शरीर में पोषक तत्वों की कमी से होने वाले कुपोषण के दुष्परिणामों से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि कुपोषण से मुक्ति के लिए आमलोगों को जागरूक होते हुए आगे बढ़ना होगा। उन्होंने महिलाओं एवं बच्चों का स्वस्थ भविष्य सुनिश्चित करने के लिए पूरे महीने समग्र पोषण का संदेश फैलाने के लिए स्वयंसेवियों को प्रोत्साहित किया।

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