स्वस्थ हो चुके लोग स्वेच्छा से करें प्लाज्मा दान: डीसी
संवाद सहयोगी कोडरमा जिले में कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने और टीकाकरण अभियान को ब
संवाद सहयोगी, कोडरमा : जिले में कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने और टीकाकरण अभियान को बढ़ावा देने के लिए उपायुक्त रमेश घोलप ने शनिवार को जिले के विभिन्न स्वयं सेवी संगठन तथा प्रबुद्ध वर्ग के साथ वीडियो कांफ्रेंसिग के माध्यम से सीधे जुड़कर उनसे कोविड नियंत्रण के लिए आवश्यक सुझाव मांगा। साथ ही कोरोना से ठीक हो चुके लोगों से स्वेच्छा से प्लाज्मा दान करने की अपील की, ताकि जरूरतमंदों के काम आ सके। वीडियो कांफ्रेंसिग में कांग्रेस जिलाध्यक्ष मनोज सहाय पिकू ने सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में टीकाकरण को बढ़ावा देने की आवश्यकता की बात कही। आपदा के ऐसे समय मे विभिन्न राजनीतिक दलों को दलगत भावना से ऊपर उठकर एक होकर कार्य करने की आवश्यकता है। जेएमएम के श्याम किशोर सिंह ने कहा कि अभी भी लोगों के बीच कोरोना टीकाकरण को लेकर भ्रम और भय की स्थिति बनी हुई है। ऐसे में लोगों को जागरूक करने के लिए प्रचार प्रसार करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन की स्थिति में उत्पन्न गरीबी और बेरोजगारी पर भी ध्यान दिया जाय। सामाजिक संस्था से जुड़े रामरतन ने कहा कि वे अपने सदस्यों को हेल्प डेस्क में सेवा देने के लिए तैयार हैं।
कैलाश सत्यार्थी फाउंडेशन के ओमप्रकाश ने कहा कि वैक्सीनशन के भय और अफवाह को दूर करने के लिए जिन्होंने टीका ले लिया है उनको आगे आकर लोगों के भ्रम को दूर करने के अपना अनुभव साझा करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि बाहर अन्य प्रदेशों से आने वाले लोगों की सूचना तुरंत मिल जाय इसके लिए योजनाबद्ध तरीके से कार्य करने की आवश्यकता है, ताकि ससमय उनका टेस्ट कराकर आइसोलेट किया जा सके। समर्पण के शंकर ने कहा कि वैक्सीनेशन के डर को दूर करने के लिए समुदाय स्तर पर जागरूकता लाने की जरूरत है। इसके लिए विभिन्न सामाजिक और राजनीतिक स्तर के लोग एक होकर कार्य करें। झुमरी तिलैया के अंकित कुमार ने कहा कि कोरोना पाजिटिव ज्यादा आने वाले क्षेत्रों को फिर से कंटेनमेंट जोन बनाने की आवश्यकता है। हैंड इन हैंड संस्था के रविरंजन ने कहा कि लॉकडाउन की स्थिति में आंगबाड़ी केंद्र बन्द हो गए हैं, ऐसे में खासकर ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चे कुपोषित न हो जाएं इसके लिए विशेष कार्यक्रम चलाने की जरूरत है।
इनरव्हील क्लब के दीपाली भदानी ने अपना सुझाव दिया कि कोविड चेन को तोड़ने के लिए राशन की दुकान भी प्रत्येक दिन न खोल के अल्टरनेट दिन खुले। गायत्री परिवार के शिव कुमार वर्मा ने अपना सुझाव दिया की हाट बाजार में कैंप लगाकर एंटीजन टेस्ट किया जाय। संक्रमण में कमी राहत की बात :
उपायुक्त रमेश घोलप ने विडियो कांफ्रेसिग के माध्यम से जुड़े जनप्रतिनिधि, सामाजिक संस्था व एसोसिएशन से जुड़े प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए कहा कि आपके द्वारा जो भी सुझाव दिये गये हैं, उसपर यथासंभव अमल किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पिछले दिनों की अपेक्षाकृत पॉजिटिव दर में कमी आयी है, ये राहत की बात है, लेकिन हमें सतर्क और सावधान रहने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि शहर के मुकाबले गांव में मरीजों की संख्या ज्यादा है, जिसके लिए अधिक से अधिक वैक्सीनेशन और जांच हेतु लोगों का जागरूक करना होगा। उन्होंने बताया कि अभी तक चार हजार मेडिकल किट बनाकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को दिया गया है, ताकि कि किसी भी व्यक्ति को कोविड से संबंधित प्राथमिक लक्षण दिखे तो उन्हें तत्काल मेडिसिन दिया जा सके। किसी व्यक्ति में कोई लक्षण पाया जाता है, तो उसको निकटतम के स्वास्थ्य केंद्र और जांच केंद्र में जाकर कोविड जांच कराने के लिए प्रेरित करें। आने वाले 10 से 15 दिनों तक कोविड व्यवहार का पालन सुनिश्चित तरीके से करें तो बहुत हद तक कोरोना पर काबू पा सकते हैं। उपायुक्त रमेश घोलप ने बताया कि स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह के दौरान कोई भी भूख से न मरे, इसके लिए जिला व प्रखंड स्तर पर फूड बैंक की व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया है, ताकि असहाय व जरुरतमंदों के बीच तत्काल खाद्य सामग्री मुहैया कराया जा सके।