यात्रा के लिए ई-पास का डगर, होगा मुशकिल भरा सफर
संवाद सहयोगी कोडरमा संक्रमण की बढ़ती रफ्तार पर ब्रेक लगाने के लिए राज्य सरकार ने 27
संवाद सहयोगी, कोडरमा: संक्रमण की बढ़ती रफ्तार पर ब्रेक लगाने के लिए राज्य सरकार ने 27 मई तक स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह की मियाद बढ़ा दी है और 16 मई से मिनी लॉकडाउन को लेकर और अधिक सख्ती बरतने का निर्णय लिया गया है। इस सख्ती में इंटर स्टेट और इंट्रा स्टेट परिवहन को लेकर राज्य सरकार ने खास निर्देश जारी किए है। निजी वाहन से भी परिवहन करने के लिए उचित और जरूरी कार्य के लिए ई-पास को अनिवार्य कर दिया है। एक जिले से दूसरे जिले जाने के लिए भी ई-पास जरूरी होगा. ऐसे में ई पास को लेकर सरकार की ओर से एक लिक (द्धह्लह्लश्चह्य://द्गश्चड्डह्यह्यद्भद्धड्डह्मद्मद्धड्डठ्ठस्त्र.ठ्ठद्बष्.द्बठ्ठ) जारी किया गया है। इस लिक पर कुछ जानकारियां भरकर ई-पास के लिए आवेदन किया जा सकता है। पिछले साल भी कोरोना काल में परिवहन के लिए यही व्यवस्था लागु की गई थी। लेकिन, इस व्यवस्था को अपनाने में लोगों को कई परेशानियों का सामना भी करना पड़ सकता है। कई ऐसे लोग है जिनके पास स्मार्ट फोन नहीं हैं. खासकर ग्रामीण कस्बे में तो कई लोग इसका इस्तेमाल करना भी नहीं आता, ऐसे में खुद से ई-पास के लिये निर्धारित लिक पर जाकर लोगो के लिए परेशानी का सबब बन सकता है। वहीं आवेदन के समय लिक पर आवेदन करते समय जरूरी जानकारी अंग्रेजी में भरनी होगी जो ग्रामीण या कम पढे लिखे लोगों के लिए बेहद कठिन होगा। ऐसी स्थिती में जब सायबर कैफे और प्रज्ञा केंद्र तक अभी नहीं खुल पा रहे हों तो जरूरतमंद लोग कैसे ई-पास के लिए आवेदन करेगें। 16 मई से ई-पास की अनिवार्यता लागू होगी। इसके तहत लोग ई-पास के लिए दिए गए लिक पर जाकर आवेदन करेंगे और इसके बाद मोबाइल पर मैसेज आयेगा। यही मैसेज यात्रा के दौरान वैलिड होगा. इसी तरह दूसरे राज्य से झारखंड अपनी गाड़ी से आने पर लोगों को अपना डिटेल देना होगा. हालांकि स्वास्थ्य लाभ के उद्देश्य से यात्रा करने को लेकर ई-पास की जरूरत नहीं पड़ेगी। ट्रेन या प्लेन से झारखंड आने-जाने के दौरान यात्रा की टिकट और वैद्य आई-कार्ड रखना काफी होगा.