न हाथ मिलाएंगे न गले मिलेंगे, घर पर ही मनाएंगे ईद

संवाद सहयोगी कोडरमा इस महीने के रमजान पाक के 30वें रोजे के बाद गुरूवार को रोजेदारो

By JagranEdited By: Publish:Thu, 13 May 2021 08:14 PM (IST) Updated:Thu, 13 May 2021 08:14 PM (IST)
न हाथ मिलाएंगे न गले मिलेंगे, घर पर ही मनाएंगे ईद
न हाथ मिलाएंगे न गले मिलेंगे, घर पर ही मनाएंगे ईद

संवाद सहयोगी, कोडरमा : इस महीने के रमजान पाक के 30वें रोजे के बाद गुरूवार को रोजेदारों के चेहरे पर खुशी नजर आ रही थी। वहीं संक्रमण की दूसरी लहर से खुद के साथ समाज को बचाने का उत्साह भी कम नहीं दिखा। शुक्रवार को ईद मुबारक की खुशियां अपनों के साथ मनाने, गले लगाने व हाथ मिलाने से परहेज करने को लोग तैयार है। कोरोना संक्रमण से देश व समाज को बचाने के लिए गत वर्ष भी ईद के मौके पर गले लगाने के बजाए दूर से मोबाइल पर ही मुबारकबाद देंगे। शुक्रवार को घरों में ही लोग ईद की नमाज अदा करेंगे और इसके बाद रोजेदार परिवार को ईद मुबारक बोलेंगें। दोस्तों व संबंधियों को मुबारकबाद देंगे। मालूम हो कि कोडरमा सहित पूरे झारखंड में 22 अप्रैल से लॉकडाउन के रूप में स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह मनाया जा रहा है। इसे लेकर कपड़ा, जूता, मनिहारी और टेलर बंद होने की वजह से कई लोग जरूरी सामान भी नहीं खरीद पाए। ऐसे में लोग इसबार पुराने कपड़ों में ही ईद मनाएंगे। ईद को लेकर सेविईयां और पकवान हर घर में बनेगी। अक्षय तृतीया पर सोने-चांदी की बिक्री पर लगा ग्रहण, मंदिरों में नहीं होगी शादी : वहीं दूसरी ओर शुक्रवार को ही अक्षय तृतीया भी है। इसी दिन शादियों के साथ-साथ सोना-चांदी की बिक्री जोरो पर होती है। मान्यता है कि अक्षय तृतीया हर मांगलिक कार्य के लिए शुभ मुहूर्त होता है। लेकिन इसबार गायत्री मंदिर, ध्वजाधारी धाम में एक भी शादियां कोरोना संक्रमण की वजह से नहीं होगी। गायत्री मंदिर के ट्रस्टी अर्जुन राणा ने बताया कि हर वर्ष अक्षय तृतीया के मौके पर दर्जनों शादियां होती थी। जिले के विभिन्न इलाकों में कुछेक शादियां निर्धारित है जो कि घरों में ही होगी। इस दौरान बैंड, बाजा और बाराती की धूम भी नजर नहीं आएगी। वहीं अक्षय तृतीया के दिन सोना-चांदी की भी खरीदारी शुभ माना जाता है। लेकिन इसबार सोना-चांदी की दुकानें 22 अप्रैल से लगातार बंद है। ऐसे में करोड़ों रूपये के कारोबार पर भी ग्रहण लग गया है। परशुराम जंयती मनाई जाएगी हर घर में, 5-5 दीये जलाने की अपील :

भगवान परशुराम की जंयती इस वर्ष भी कोविड 19 की वजह से सार्वजनिक न होकर घरों में ही मनाई जाएगी। ब्राह्मण समाज के चंद्रशेखर जोशी ने बताया कि 2020 में अड्डी बंग्ला स्थित शीतला मंदिर में सीमित संख्या में लोग जुटे थे। इस वर्ष घर-घर में ही पुजा-अर्चना होगी और संध्या 5 बजे सभी घरों में 5-5 दीया जलाने की अपील की गई है।

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