निजी अस्पतालों ने वसूली अधिक राशि, हुई कार्रवाई

संवाद सहयोगी कोडरमा आपदा को कुछ निजी अस्पतालों ने सेवा की जगह अवसर बना लिया है। खास तौर

By JagranEdited By: Publish:Tue, 11 May 2021 07:30 PM (IST) Updated:Tue, 11 May 2021 07:30 PM (IST)
निजी अस्पतालों ने वसूली अधिक राशि, हुई कार्रवाई
निजी अस्पतालों ने वसूली अधिक राशि, हुई कार्रवाई

संवाद सहयोगी, कोडरमा: आपदा को कुछ निजी अस्पतालों ने सेवा की जगह अवसर बना लिया है। खास तौर पर कोविड इलाज के नाम पर मरीजों से निर्धारित राशि से काफी अधिक वसूली हो रही है। जान बचाने के लिए मरीज के स्वजन शोषण होने पर भी विवश है। हालात यह है कि मरीज ठीक होने के बाद भी राशि इतनी ली जा रही है कि दम फूल रहा है। बहरहाल, मामले की शिकायत उपायुक्त को मिलने पर डीएसओ से कुछ निजी अस्पतालों की जांच करवाई, जहां मरीजों से अधिक राशि वसूलने का मामला सामने आया है। झुमरीतिलैया स्थित केयर अस्पताल व करमा स्थित पीजी अस्पताल की जांच की गई। इसमें केयर अस्पताल में भर्ती हुए छह मरीजों व उनके स्वजनों तथा पीजी अस्पताल में भर्ती हुए तीन मरीजों व उनके स्वजनों से बात की गई। मरीजों ने भर्ती के समय से ली गई राशि की जानकारी दी, जिसमें अधिक राशि लेने का मामला सामने आया। डीएसओ प्रमोद राम के अनुसार कोविड के इलाज के नाम पर एक-एक मरीज से एक-एक लाख रुपये तक ली गई है। जबकि सरकार स्तर से कोडरमा में आक्सीजन बेड, दवा, नर्सिंग चार्ज, पीपीई किट सहित प्रतिदिन का पांच हजार रुपये निर्धारित है। अतिरिक्त दवा देने पर उसकी राशि ली जाएगी। मरीजों व उनके परिजनों से बात में में पाया गया कि केयर अस्पताल द्वारा एक मरीज से 39 हजार रुपये ज्यादा ली गई है। उन्होंने बताया कि दोनों निजी अस्पताल से स्पष्टीकरण मांगा गया है। वहीं मरीजों से ली गई अतिरिक्त राशि तुरंत लौटाने को कहा गया है। साथ ही उपायुक्त से उच्चस्तरीय जांच की अनुशंसा की गई है। उन्होंने कहा कि महामारी में लोग बेहाल है, ऐसे में किसी मरीज के साथ गलत नहीं होना चाहिए। निजी अस्पतालों को भी सेवा भाव से काम करने की आवश्यकता है। मरीज व उनके परिजन परेशान ना हो इसका खास ख्याल रखने की जरूरत है। ज्ञात हो कि कोडरमा में कोविड मरीजों के इलाज की व्यवस्था कई निजी अस्पतालों में भी की गई है। वहीं अस्पताल प्रबंधन को सरकार के दिशा-निर्देश के अनुसार तय राशि ही लेने का सख्त निर्देश है। लेकिन हाल के दिनों में एक-एक मरीज से निजी अस्पताल एक-एक लाख रूपये तक ले लिया। वहीं कुछ सामान्य मरीजों से भी भारी-भरकम राशि की वसूली की गई है ,जिसकी शिकायत जिला प्रशासन को मिली है।

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