गलत रिपोर्ट बताकर ड्यूटी से गायब कर्मियों पर होगी कार्रवाई : डीसी

संवाद सहयोगी कोडरमा कोविड संकट से बचाव व नियंत्रण के लिए उपायुक्त रमेश घोलप ने वीडिय

By JagranEdited By: Publish:Thu, 06 May 2021 06:49 PM (IST) Updated:Thu, 06 May 2021 06:49 PM (IST)
गलत रिपोर्ट बताकर ड्यूटी से गायब कर्मियों पर होगी कार्रवाई : डीसी
गलत रिपोर्ट बताकर ड्यूटी से गायब कर्मियों पर होगी कार्रवाई : डीसी

संवाद सहयोगी, कोडरमा : कोविड संकट से बचाव व नियंत्रण के लिए उपायुक्त रमेश घोलप ने वीडियो कांफ्रेंसिग के माध्यम से सभी सीओ, बीडीओ, थाना प्रभारी के साथ बैठक कर स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह के कड़ाई से अनुपालन का निर्देश दिया। महामारी को देखते हुए ज्यादा सचेत और सतर्क रहने को कहा गया। वहीं सरकार के आदेश का उल्लंघन पर सख्ती से निपटने का निर्देश दिया। इस दौरान यदि किसी भी तरह के जुलूस,सभा या धार्मिक सामाजिक कार्यक्रम का आयोजन होता है और स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह के नियमों की अनदेखी की की जाती है तो प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष दोनों रूप से भागीदार लोगों पर आपदा प्रबंधन एक्ट के नियमानुसार कानूनी कार्रवाई करने को कहा गया है। बैठक में सिविल सर्जन ने बताया कि कोविड ड्यूटी में लगे कुछ कर्मी अपने को गलत रिपोर्ट बताकर ड्यूटी से अनुपस्थित हैं। उपायुक्त ने कहा है कि कोविड महामारी के समय इस तरह का कृत्य शर्मनाक है। ड्यूटी में लगे कुछ कर्मी कहीं न कहीं लोगों का जीवन बचाने में लगे हुए हैं और कुछ लोग बहानेबाजी कर रहे हैं। उन्होंने निर्देश दिया है कि अनुपस्थित कर्मी की जांच वहां के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी करेंगे और उनको प्रमाणपत्र देंगे। यदि किसी ने प्रशासन को गुमराह किया है तो उनपर आपदा प्रबंधन एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी। वहीं उपायुक्त ने निर्देश दिया है कि ग्रामीण क्षेत्रों में यदि किसी के घर में संदेहास्पद परिस्थिति में मौत हो तो आवश्यक रूप से उस परिवार अन्य सदस्यों का कोविड टेस्ट हो, ताकि उसके मौत का कारण जानकर अन्य सदस्यों का जीवन भी सुरक्षित रखा जा सके। साथ ही मृतक का अंत्येष्टि कोविड के गाइडलाइन के अनुरूप करने को कहा है। साथ ही अधिक पॉजिटिव वाले इलाके में जांच बढ़ाने का निर्देश दिया। विवाह समारोह में डीजे बंद करने का निर्देश :

उपायुक्त ने कहा कि शादी जैसे आयोजनों में अधिकतम पचास लोगों को ही रहने की इजाजत है। इस पर विशेष निगरानी रखी जाए। बारात के अवसर पर अगर डीजे साउंड के कारण अनावश्यक भीड़ होती है तो इसे अविलंब बंद करने का आदेश दिया गया। निर्देशों का अनुपालन के लिए ब्लॉक टास्क फोर्स की बैठक कर इसके लिए एक ठोस योजना बनाने को कहा गया। सामाजिक लोगों से लें सहयोग :

उपायुक्त ने कहा है कि कोविड महामारी के संक्रमण को रोकने के लिए समाज के प्रबुद्ध लोगों को आगे आकर कार्य करना होगा। जनप्रतिनिधि ,सामाजिक कार्यकर्ता, एनजीओ के लोग अपने अपने क्षेत्र में कोविड से बचाव के लिये लोगों को जागरूक करें। लक्षण का संदेह होने पर शुरुआती दौर में ही टेस्ट कराने के लिए लोगों को प्रेरित करने को कहा गया। टीकाकरण में लायें तेजी :

उपायुक्त श्री घोलप ने कहा है कि संक्रमण रोकने में वैक्सीनेशन मील का पत्थर साबित होगी। वर्तमान में सरकार द्वारा पैंतालीस साल से ऊपर वाले लोगों को मुफ्त टीका दिया जा रहा है। टीकाकरण सेंटर और विशेष कैम्प का प्रचार प्रसार एक दिन पूर्व ही उस क्षेत्र में माइकिग तथा अन्य माध्यमों से हो जाना चाहिए ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग टीका ले सकें। टीका का दोनों डोज लेने के बाद शरीर मे प्रतिरोधक क्षमता बढ़ जाती है ऐसे में कोरोना वायरस से गंभीर स्थिति का पैदा होना न के बराबर रहता है।

लापरवाही के कारण हो रही मौत :

डीसी ने कहा कि होम आइसोलेशन के लोग प्राय: अपने आक्सीजन मानिटर समय समय पर नही करते हैं। उनका आक्सीजन स्तर बहुत कम हो जाता है और स्थिति गंभीर होने पर वे अस्पताल आते हैं। ऐसे में उनकों इलाज कर उनका जीवन बचाना बहुत मुश्किल होता है। उपायुक्त ने होम आइसोलेशन में रह रहे लोगों से अपील की है कि वे अपना आक्सीजन स्तर चेक करते रहें। जैसे ही उनका स्तर 95 से नीचे आता है तो अविलंब वे अपने चिकित्सक से परामर्श लेकर उचित इलाज शुरू कर दें। झोला छाप चिकित्सकों पर करें कार्रवाई :

महामारी के दौरान कुछ झोला छाप डाक्टरों द्वारा लोगों को गुमराह करके उनके स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा हैं। उपायुक्त ने आमजनों को ऐसे लोगों से सचेत रहने की सलाह दी है साथ कि कहा है कि लोग रजिस्टर्ड चिकित्सकों से ही परामर्श लेकर अपना इलाज कराएं। साथ ही स्वास्थ्य विभाग को झोला छाप डाक्टरों पर आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।

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