संक्रमण काल में घर बैठे डाकिया दे रहे बैंकिग सेवा

अरविद चौधरी झुमरीतिलैया (रामगढ़) कोरोना संक्रमण काल में डाकिया व डाक अधिकारियों क

By JagranEdited By: Publish:Wed, 05 May 2021 07:43 PM (IST) Updated:Wed, 05 May 2021 07:43 PM (IST)
संक्रमण काल में घर बैठे डाकिया दे रहे बैंकिग सेवा
संक्रमण काल में घर बैठे डाकिया दे रहे बैंकिग सेवा

अरविद चौधरी, झुमरीतिलैया (रामगढ़) : कोरोना संक्रमण काल में डाकिया व डाक अधिकारियों की सेवा की बदौलत लोगों में डाक विभाग को अपनी एक अलग पहचान मिली है। राष्ट्रीय आधार आधारित सेवा (एईपीएस) योजना के तहत कोडरमा जिले में डाकिया लोगों के दरवाजे पर पहुंच कर पैसा देने का काम किए। इसका असर यह रहा कि इस योजना की मांग भी ग्राहकों में बढ़ गई है। अब यह योजना लोगों को भा रही है। कोरोना काल में इस योजना का बढ़ी उपयोगिता :

इस सेवा की बदौलत कोरोना काल में डाकिया लोगों के दिल में उतर गए। अप्रैल 2020 से लेकर अप्रैल 2021 तक इस योजना के तहत तकरीबन 75 हजार लोग लाभान्वित हुए और लगभग 35 करोड़ का इस सेवा के जरिये भुगतान किया गया। डाकिया को एक व्यक्ति को केवल दस हजार रुपये तक एक दिन में भुगतान करने का निर्देश है। एक ग्राहक दिन भर में केवल इस सेवा से दस हजार रुपये ही ले सकता है। कोरोना काल में लोग डाकिया को फोन कर घर बुलाकर अंगूठा लगाकर रुपये निकाल लेते हैं। चाहे आपके बचत खाता का पैसा हो या पेंशन की राशि, डाकिया के जरिए इसका भुगतान किया जा रहा है। क्या है एईपीएस :

राष्ट्रीय आधार आधारित सेवा के तहत डाकिया को बायोमीट्रिक सिस्टम दिया गया है। वह बायोमीट्रिक सिस्टम हर बैंक से जुड़ा हुआ है और आधार नंबर मशीन में डालने के बाद डाकिया अंगूठा लगाता है। अगर अंगूठा मैच किया तो तत्काल डाकिया ग्राहक के खाते से जरूरत के रुपये उपलब्ध करा देता है। इस सेवा में यह शर्त नहीं है कि वह केवल डाक विभाग का ही ग्राहक रहे तो ही उसे रुपये दिए जाएंगे। कोडरमा के डाक निरीक्षक संजय संगम के अनुसार झुमरी तिलैया व कोडरमा समेत जिले के 80 डाकिया इस कार्य में लगे हैं और बुजुर्गो के साथ-साथ आम लोगों को इसकी सेवा दे रहे है और 10 हजार निकालने के लिए डाकिया से मदद ली जा रही है। इस योजना के जरिए ग्राहकों को ग्राहक सेवा केन्द्र भी नहीं जाना पड़ रहा है। ग्राहक सेवा केंद्रों पर रुपये निकालने के दौरान लोगों के साथ जालसाजी की भी संभावना बनी रहती है। इसके चलते अब लोग ग्राहक सेवा केंद्रों पर विश्वास करने की बजाय डाक विभाग के इस सुविधा पर विश्वास ज्यादा कर रहे हैं और दस हजार तक रुपये निकालने के लिए बेधड़क डाकिया को फोन करते है। इस सेवा का लाभ लेने के लिए संबंधित इलाके डाकिया को फोन करना है और उसके घर पहुंचने पर उसे राशि निकालने से जुडी जानकारी देनी है। इतने मात्र से ही आपके इच्छानुसार आपका पैसा आप तक पहुंच जाएगा।

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