बारिश के साथ आसमान छूने लगे हैं सब्जियों के भाव

से ढाई माह तक नरमी के बाद बरसात की शुरुआत में ही एक बार फिर सब्जियों के दाम आसमान छूने लगे हैं ।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 08 Jul 2020 04:47 PM (IST) Updated:Thu, 09 Jul 2020 03:38 AM (IST)
बारिश के साथ आसमान छूने लगे हैं सब्जियों के भाव
बारिश के साथ आसमान छूने लगे हैं सब्जियों के भाव

संवाद सहयोगी, झुमरीतिलैया (कोडरमा): कोरोना महामारी ने 2 से ढाई माह तक नरमी के बाद बारिश शुरू होने से एक बार फिर सब्जियों के दाम आसमान छूने लगे हैं। ऐसे में लोगों की थाली से सब्जियां गायब होने लगी है। टमाटर जहां लाल हो गया वहीं करेला भी कड़वा हो गया। महंगाई बढ़ने से भिडी भी बेस्वाद लगने लगा है। झुमरीतिलैया के बाजार में गत 1 सप्ताह से अचानक सब्जियों के दाम में हुई बढ़ोतरी से आम और खास दोनों वर्ग के लोग परेशान है। बरसात की शुरुआत के साथ ही हरी सब्जियों की कीमत अचानक बढ़ गई है। वर्तमान समय में बाजार में कोई भी हरी सब्जियां 30 रुपये प्रति किलोग्राम से नीचे नहीं है। बाजार में टमाटर 55 से 60 रुपये प्रति किलो हो गया है, जबकि करेला 40 रुपये होकर कड़वा है। वहीं बैगन 30-35 प्रति किलो व परवल 30-35 रुपये प्रति किलो तथा कद्दू 20 रुपया प्रति किलो है। इस समय बाजार में गोभी रू 60-70प्रति किलो तथा कटहल की आटी भी खूब बिक रही है । हरी सब्जी के स्वाद में तीखापन लाने का काम आने वाली मिर्च की कीमत सब्जियों के स्वाद को फीका कर दे रहा है। बाजार में कुछ दिनों पूर्व तक 30 रुपये प्रति किलो मिलनेवाला शिमला मिर्च अब 100 प्रति किलो पहुंच गया है, जबकि आलू के भी कीमत में हर दिन उछाल हो रहा है। वहीं दूसरी ओर सावन माह को लेकर प्याज की बिक्री होटलों एवं घरों में कम हुई है। वर्तमान में प्याज की कीमत 20-25 रुपया प्रति किलो है। सब्जी व्यवसायी की माने तो सब्जियों के कीमत अभी और उछाल आने का आसार है। बिहार से हरी सब्जियों की आवक कम हो गई है। ऐसे में लोगों को अभी कुछ माह तक महंगी सब्जी मिलेगी।

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