मरकच्चो में पहुंचने लगे हैं मेहमान परिदे

मरकच्चो में मेहमान परिदे का आगमन शुरू हो गया है। हिमालय के तराई वाले क्षेत्रों के अलावा ठंडे देशों से प्रवासी पक्षी यहां झुंड के झुंड आ रहे हैं । पक्षी प्रेमियों को प्रवासी पक्षियों की अठखेलियां खूब भा रही है। मरकच्चो स्थित पंचखेरो डैम तथा पपलो डैम समेत प्रखंड के कई बड़े तालाबों में प्रवासी पक्षियों का बसेरा बना हुआ है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 13 Dec 2019 06:21 PM (IST) Updated:Fri, 13 Dec 2019 06:21 PM (IST)
मरकच्चो में पहुंचने लगे हैं मेहमान परिदे
मरकच्चो में पहुंचने लगे हैं मेहमान परिदे

मरकच्चो (कोडरमा) : मरकच्चो में मेहमान परिदे का आगमन शुरू हो गया है। हिमालय की तराई वाले क्षेत्रों के अलावा ठंडे देशों से प्रवासी पक्षी यहां झुंड के झूंड यहां पहुंच रहे हैं । पक्षी प्रेमियों को प्रवासी पक्षियों की अठखेलियां खूब भा रही है। मरकच्चो स्थित पंचखेरो डैम तथा पपलो डैम समेत प्रखंड के कई बड़े तालाबों में प्रवासी पक्षियों का बसेरा बना हुआ है। सुर्खाब, ब्लैक बुचार्ड के अलावा रंग-बिरंगे पंखों वाले पक्षी सैकड़ों की तादाद में यहां जलक्रीड़ा कर रहे हैं। प्रवासी पक्षियों का आगमन यहां नवंबर माह के शुरुआत से ही शुरू हो गया था, क्योंकि नवंबर माह के अंत तक जब ठंडे देशों तथा हिमालय के तराई वाले क्षेत्रों में झील व तालाब का पानी जमकर बर्फ बन जाता है तो यह मेहमान परिदे गर्म क्षेत्रों की ओर उड़ान भर देते हैं। हजारों किलोमीटर का सफर तय कर गर्म क्षेत्रों में आने वाली ये मेहमान परिदे यहां प्रजनन क्रिया भी करते हैं। 3 से 4 माह तक इस क्षेत्र में रहने के बाद प्रवासी पक्षी अपने नवजात बच्चों को लेकर अपने वतन को लौट जाते हैं।

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