स्वयं सहायता समूहों के बीच 1.5 करोड़ का ऋण वितरित

स्वंय सहायता समूह के महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए शनिवार को कोडरमा बिरसा सांस्कृतिक सभागार में कार्यक्रम आयोजित कर 1.50 करोड़ का त्रण वितरण किया गया। इस मौके पर मुख्य रूप से उपस्थित डीडीसी आलोक त्रिवेदी ने महिला समूहों

By JagranEdited By: Publish:Sat, 19 Oct 2019 08:29 PM (IST) Updated:Sun, 20 Oct 2019 06:21 AM (IST)
स्वयं सहायता समूहों के बीच 1.5 करोड़ का ऋण वितरित
स्वयं सहायता समूहों के बीच 1.5 करोड़ का ऋण वितरित

कोडरमा: स्वयं सहायता समूह के महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए शनिवार को कोडरमा बिरसा सांस्कृतिक सभागार में कार्यक्रम आयोजित कर 1.50 करोड़ का ऋण वितरण किया गया। इस मौके पर मुख्य रूप से उपस्थित डीडीसी आलोक त्रिवेदी ने महिला समूहों को ऋण का सदुपयोग कर जीवन को खुशहाल बनाने के दिशा में बेहतर कार्य करने को कहा। उन्होंने कहा कि हाल के कुछ वर्षों में सरकार का पूरा ध्यान महिलाओं का उत्थान है। विभिन्न विभागों द्वारा महिला हित की कई योजनाएं संचालित की जा रही है। महिलाओं का कौशल विकास कर आगे बढ़ाने का कार्य किया जा रहा है। पूरे देश में महिला समूहों के लिए कई कार्यक्रम चल रहा है। सरकार का प्रयास महिलाओं का उत्थान कर समाज को तरक्की के मार्ग पर ले जाना है। कोडरमा में भी महिलाओं में काफी जागरूकता आई है। लिहाजा समाज आगे बढ़ रहा है। जेएसएलपीएस का योगदान बेहतर है। केंद्र व राज्य सरकार अब हर योजना में महिलाओं को आगे बढ़ाने में लगे है। ठेकेदार का काम भी महिलाओं को सौंपा जा रहा है। अब आंगनबाड़ी केंद्रों में पोषाहार का जिम्मा भी महिला समूहों को मिलने जा रहा है, जो बड़ी जिम्मेवारी है। पहले पोषाहार राज्य के बाहर से केंद्रों तक पहुंचता था। लेकिन अब महिला समूह को ही दायित्व मिलने से महिलाएं स्वावलंबी बन सकेगी। उन्होंने आजीविका को समृद्ध बनाकर जीवन को खुशहाल बनाने की अपील की। वहीं जेएसएलपीएस के डीपीएम सुरेश सिंह ने कहा कि जिले के महिलाएं हर क्षेत्र में आगे आ रही है। कुछ महिलाएं स्वंय के प्रयास से परिवार को खुशहाल बनायी है। महिलाओं के कौशल विकास के लिए जरूरी प्रशिक्षण भी दी जा रही है। जिले में खेती के क्षेत्र में भी महिलाओं का बेहतर योगदान रहा है।

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