गरीबी से जीती जंग, अब दूसरों को बना रहीं आत्मनिर्भर

नवरात्रि नारी शक्ति की पूजा का महापर्व है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 22 Oct 2020 06:08 PM (IST) Updated:Fri, 23 Oct 2020 03:47 AM (IST)
गरीबी से जीती जंग, अब दूसरों को बना रहीं आत्मनिर्भर
गरीबी से जीती जंग, अब दूसरों को बना रहीं आत्मनिर्भर

रणजीत कुमार भारती,जयनगर (कोडरमा): नवरात्रि नारी शक्ति की पूजा का महापर्व है। कोडरमा प्रखंड के ग्राम बृंदा की किरण देवी आज हजारों महिलाओं के लिए शक्ति और प्रेरणा का स्त्रोत बनी हुई हैं। आत्मविश्वास के बल पर किरण ने न सिर्फ अपने परिवार को संभाला, बल्कि समाज में सम्मान भी हासिल किया। साथ ही साथ किशोरियों को आत्मरक्षा के गुर सिखाने के साथ-साथ उन्हें खेल के क्षेत्र में भी आगे बढ़ाने का कार्य कर रही हैं। किरण की शादी वर्ष 1990 में अशोक रजक से हुई थी। उस समय उसके परिवार में कोई समस्या नहीं थी। लेकिन कुछ वर्षों में उसकी माली हालत एकदम खराब हो गई। अभाव के कारण वह अवसाद की शिकार हो गई। शरीर इतना कमजोर हो गया कि वह मजदूरी करने में भी असमर्थ थी। पति

भी बीमारी के कारण काफी कमजोर व बेरोजगार हो गए। तभी वह प्रदान नामक

स्वयंसेवी संस्था से जुड़ीं और महिलाओं को जागरूक करने और उन्हें अधिकार

दिलाने में जुट गईं। इसके एवज में उसे दो हजार रुपये मानदेय भी मिलने लगा। किरण ने पितृसत्तात्मक समाज के खिलाफ संघर्ष का बिगुल फूंका। साथ ही शराबबंदी, महिला शोषण, भ्रूण हत्या के विरुद्ध अभियान चलाया। इसके अलावा गांव-गांव में कानूनी जागरूकता, एड्स जागरूकता शिविर आयोजित कर महिलाओं को जागरूक किया। वर्ष 2006 में साधन संस्था द्वारा नई दिल्ली में आयोजित एक्सपेंडिग फ्रंटियर्स ऑफ माइक्रो फाइनांस पर देश से आए महिला मंडल के प्रतिनिधियों को संबोधित किया। किरण ने इस कार्यक्रम में दामोदर महिला मंडल की ओर से झारखंड का प्रतिनिधित्व किया था। इस कार्यक्रम में बेहतर संबोधन और महिलाओं के बीच जागरूकता फैलाने को लेकर संस्था के सचिव एन बालासुब्रमण्यम ने उसे पुरस्कृत किया। आज वह कौशल विकास कार्यक्रम के तहत कई महिलाओं को कोडरमा

में अगरबत्ती, ब्यूटी पार्लर में महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित करा रही

हैं। साथ ही सृजन महिला विकास मंच के माध्यम से गांव-गांव में जाकर महिला

समूह का गठन कर रही हैं। किशोरियों को भी खेल के क्षेत्र में आगे बढ़ाने

का कार्य कर रही हैं। साथ ही किशोरियों को आत्मरक्षा के गुर भी सिखा रही

हैं। किरण देवी को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर कोडरमा जिलास्तर पर आयोजित कार्यक्रम में पुरस्कृत भी किया गया था। किरण कहती हैं, आज महिलाएं घर व घर से बाहर दोनों जगहों पर शोषित हो रही हैं। ऐसे में उनका आत्मविश्वास ही उन्हें ऐसी परिस्थितियों से लड़ने के लिए संबल होगा।

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