सेहत के लिए चढ़ा गीर गाय पालन का शौक

अनूप कुमार कोडरमा कोरोना काल में इम्यूनिटी पर हर किसी का जोर है। सेहत के मामले म

By JagranEdited By: Publish:Sun, 29 Nov 2020 07:31 PM (IST) Updated:Sun, 29 Nov 2020 07:31 PM (IST)
सेहत के लिए चढ़ा गीर गाय पालन का शौक
सेहत के लिए चढ़ा गीर गाय पालन का शौक

अनूप कुमार, कोडरमा : कोरोना काल में इम्यूनिटी पर हर किसी का जोर है। सेहत के मामले में हर कोई संजीदा हैं। दूध तो पारंपरिक रूप से स्वास्थ्य के लिए सबसे बेहतर पेय माना जाता है। इन दिनों कोडरमा में गीर गाय की धूम मची है। गीर गाय के दूध की विशेष रोग प्रतिरोधक क्षमता के कारण कई लोग इसे पालने लगे हैं। झुमरीतिलैया शहर में पिछले एक माह में गुजरात के गीर नस्ल की 18 गायें आधा दर्जन परिवारों ने मंगाई है। अधिकतर लोगों ने अपने परिवार में सेहतमंद ए-2 दूध की जरूरतों की पूर्ति के लिए इस नस्ल की गायें मंगाई है। दरअसल इस नस्ल की गाय पूरी तरह स्वदेशी होती है। यह गाय गुजरात के सौराष्ट्र इलाके के गीर जंगल की बतायी जाती है। गीर गाय मंगानेवाले शहर के प्रतिष्ठित व्यवसायी श्यामसुंदर सिधानिया ने बताया कि अपने परिवार की जरूरतों के अनुसार शहर के और पांच-छह लोगों ने गीर गायें मंगाई है। सिधानिया अपने बगीचे में गाय का पालन करते हैं। इनके यहां उत्पादित दूध की खपत परिवार में ही हो जाती है। वहीं एक अन्य व्यवसायी ने किशन संघई ने भी तीन गायें मंगाई है। किशन बताते हैं कि शहर में ए-टू मिल्क उपलब्ध नहीं हो पाता है। बाजार में उपलब्ध जर्सी गाय का दूध ए-वन मिल्क है। इसलिए कई लोगों ने मिलकर गीर गाय पालने का निर्णय लिया। इनमें दीपक यादव, मुरारी बड़गवे, राजेंद्र मोदी, पप्पू सोनी समेत अन्य लोग शामिल है। बताया जा रहा है कि इन लोगों की देखादेखी में कई और लोग गीर गाय पालने का मन बना रहे हैं। जानकारी के अनुसार गुजरात में गीर गाय की कीमत एक लाख से 3.5 लाख तक है। वहीं वहां से लाने में करीब 25 हजार की लागत आती है। गाय का रखरखाव भी प्रशिक्षित लोगों द्वारा की जाती है।

क्या है ए-2 दूध

ए-2 दूध मधुमेह, उच्च रक्तचाप, समेत कई बीमारियों के लिए काफी फायदेमंद है। यह दूध विदेशी नस्ल की जर्सी व अन्य गायों की तुलना में काफी ज्यादा सुपाच्य व सेहतमंद होता है। लगभग साढ़े तीन लीटर ए-2 दूध में आठ ग्राम प्रोटीन पाया जाता है। इसमें ए-1 कैसिइन प्रोटीन कम पाई जाती है जबकि ए-2 कैसिइन प्रोटीन कर प्रचुरता रहती है जो स्वास्थ्य के लिए काफी लाभदायक है। काफी महंगा है गीर गाय पालन पशु चिकित्सक डा. बसंत बताते हैं, गीर गाय का पालन व्यवसायिक ²ष्टिकोण काफी महंगा है। गीर गायें जर्सी गायों की तुलना में काफी कम दूघ देती हैं। इनका रखरखाव व दाना-पानी भी काफी मंहगा है। साधारणत: गीर गायें 8 से 12 लीटर दूध देती हैं। गीर गाय का दूध 120 रुपये लीटर पड़ता है। गीर गाय का घी भी बड़े शहरो में तीन हजार रुपये किलो बिकता है।

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