बीओआई सहित जिले के 35 बैंकों में लटके रहे ताले

ऑल इंडिया बैंक इंप्लाइज एसो. व बैंक इंप्लाइज फेडरेशन ऑफ इंडिया के तत्वावधान में मंगलवार को छह सूत्री मांगों को लेकर अभ्रकांचल क्षेत्र के बैंक ऑफ इंडिया समेत यूनियन बैंक यूनाइटेड बैंक समेत अन्य बैंकों में ताले लटके रहे। इन बैंकों में ग्राहक पहुंचे लेकिन शटर व गेट बंद होने की वजह से वापस लौट गए। भारतीय स्टेट बैंक की शाखाओं के अलावा निजी बैंक की शाखाएं खुली रही। इन बैंकों के एसोसिएशनों ने हड़ताल को अलग रखा था। हड़ताल की वजह से एटीएम सेवा प्रभावित नहीं हुई।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 22 Oct 2019 06:34 PM (IST) Updated:Tue, 22 Oct 2019 06:34 PM (IST)
बीओआई सहित जिले के 35 बैंकों में लटके रहे ताले
बीओआई सहित जिले के 35 बैंकों में लटके रहे ताले

झुमरीतिलैया (कोडरमा) : ऑल इंडिया बैंक इंप्लाइज एसो. व बैंक इंप्लाइज फेडरेशन ऑफ इंडिया के तत्वावधान में मंगलवार को छह सूत्री मांगों को लेकर देश व्यापी हड़ताल के तहत अभ्रकांचल क्षेत्र में भी बैंक ऑफ इंडिया समेत यूनियन बैंक, यूनाइटेड बैंक समेत अन्य बैंकों में ताले लटके रहे। इन बैंकों में ग्राहक पहुंचे लेकिन शटर व गेट बंद होने की वजह से वापस लौट गए। भारतीय स्टेट बैंक की शाखाओं के अलावा निजी बैंक की शाखाएं खुली रही। इन बैंकों के एसोसिएशनों ने हड़ताल से खुद को अलग रखा था। हड़ताल की वजह से एटीएम सेवा प्रभावित नहीं हुई। एसबीआई झुमरीतिलैया शाखा में अपेक्षाकृत ग्राहकों की संख्या कम रही। मालूम हो कि कई लोगों को जानकारी नहीं थी कि बैंक हड़ताल से अलग है। शाखा प्रबंधक इंद्रकांत झा ने बताया कि सामान्य दिनों की तरह लेनदेन का कार्य हुआ। बताते चलें कि मंगलवार को झुमरीतिलैया में साप्ताहिक अवकाश की वजह से प्रतिष्ठान बंद रहते हैं। ऐसे में बैंकों में अन्य दिनों की अपेक्षा ग्राहक कम पहुंचते हैं। बीईएफआइ के जिला सचिव शिवशंकर वर्णवाल एवं एआईबीईए के जिला सचिव राजू सिंह ने बताया कि हड़ताल शत-प्रतिशत सफल रही। उन्होंने बताया कि सरकार मांगों को नहीं मानती है तो आंदोलन को तेज किया जाएगा। इधर, झुमरीतिलैया के बैंक ऑफ इंडिया के समक्ष कर्मियों ने प्रदर्शन किया। बीईएफआइ के जिला सचिव शिवशंकर वर्णवाल ने बताया कि हड़ताल में अधिकारी वर्ग शामिल नहीं थे, लेकिन ऑल इंडिया ऑफिसर्स एसो. ने बंद का नैतिक समर्थन किया। झुमरीतिलैया में बैंक ऑफ बड़ौदा ने इन दोनों यूनियनों से कोई कर्मी नहीं हैं। ऐसे में बैंक शाखा को बंद कराया गया। प्रदर्शन में महेश दास, अभिषेक कुमार, अनुराग कुमार, राजू मुंडा, सुरेंद्र भगत, किशोर रवानी, सौरभ कुमार, किशुन यादव, रवि कुमार, विकास कुमार पाल, सुजीत कुमार, अर्जुन राम, राजीव कुमार, यूनियन बैंक के विकास कुमार, ओबीसी बैंक के आलोक कुमार आदि शामिल थे। ये है बैंककर्मियों की मांगें::::::

1. बैंकों के विलय पर रोक लगाया जाए।

2. जनविरोधी बैंकिग सुधार बंद करें सरकार।

3. डूबे हुए ऋणों की वापसी सुनिश्चित करो व चूककर्ताओं पर कड़ी कार्रवाई हो।

4. ग्राहकों पर दंड प्रभार लगाकर परेशान मत करो व सेवा प्रभार नहीं बढ़ाओ। जमा राशियों पर ब्याज दर बढ़ाओ।

5. रोजगार एवं रोजगार सुरक्षा पर हमला बंद हो।

6. सभी बैंकों में पर्याप्त नियुक्तियां की जाए।

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