ऑफलाइन पास नहीं बनने से मजदूरों को हो रही परेशानी
जिले में लॉकडाउन के दौरान तीन दिनों में साढ़े 11 हजार ई-पास निर्गत किया गया है। पहले दिन ई-पास बनाने में हुई परेशानी के बाद दूसरे और तीसरे दिन ई-पास बनाने के कार्य में तेजी आई। पहले दिन जिले में करीब साढ़े चार सौ ई-पास बने थे।
खूंटी : जिले में लॉकडाउन के दौरान तीन दिनों में साढ़े 11 हजार ई-पास निर्गत किया गया है। पहले दिन ई-पास बनाने में हुई परेशानी के बाद दूसरे और तीसरे दिन ई-पास बनाने के कार्य में तेजी आई। पहले दिन जिले में करीब साढ़े चार सौ ई-पास बने थे। वहीं, दूसरे दिन छह हजार 74 ई-पास बने। लॉकडाउन के तीसरे दिन मंगलवार को जिले में कुल 11 हजार 501 ई-पास बनाए गए। खूंटी में लोग घर से ही अपने मोबाइल से ऑनलाइन ई-पास बना रहे हैं, वहीं जिन्हें ई-पास बनाने में किसी प्रकार की दिक्कत हो रही है वे जिला मुख्यालय के चिह्नित तीन स्थानों में पहुंचकर अपना ई-पास बनवा रहे हैं। जिला प्रशासन की ओर से सभी प्रखंड मुख्यालयों के अलावा जिला परिवहन कार्यालय, परिसदन और खूंटी थाना परिसर में ई-पास बनवाने की व्यवस्था की गई है। सभी स्थानों में कर्मियों की तैनाती की गई है।
इसी बीच ऑफलाइन पास नहीं बनने से जिलावासियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। लॉकडाउन के नियमों को सख्त करने के सरकारी आदेश के कारण रोज कमाने खाने वाले दैनिक मजदूरों की परेशानी बढ़ गई है। जिला के सीमावर्ती क्षेत्र में बसे फुदी, कालामाटी, डुंगरा सहित अन्य गांव के मजदूर बड़ी संख्या में दैनिक मजदूरी के लिए रांची जिला के विभिन्न क्षेत्रों में जाते हैं। लॉकडाउन में सरकार ने मजदूरों के हित को ध्यान में रखते हुए निर्माण कार्यों पर कोई रोक नहीं लगाई है, लेकिन एक जिले से दूसरे जिले में जाने के लिए ई-पास की अनिवार्यता के कारण दैनिक मजदूरों के समक्ष बड़ी परेशानी उत्पन्न हो गई है। अधिकांश दैनिक मजदूर टेक्नोलॉजी से अनभिज्ञ रहते हैं। साथ ही उनके पास एंड्राइड फोन की भी कमी होती है।
कोट :-
सरकार की ओर से ऑफलाइन पास बनाने के संबंध में किसी प्रकार का दिशा-निर्देश जारी नहीं किया गया है। राज्य स्थित बड़े-बड़े उपक्रमों के लिए ही ऑफलाइन पास निर्गत करने का निर्देश है। इस संबंध में सरकार का निर्देश मिलते ही काम किया जाएगा।
- केके राजहंस, जिला परिवहन पदाधिकारी, खूंटी