उप्र में एक माह से बंधक बने तोरपा के दो दंपती लौटे

बांसटोली तोरपा के दो दंपती को उत्तर प्रदेश में पिछले एक माह से बंधक बना कर रखा गया था।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 24 Feb 2021 06:48 PM (IST) Updated:Wed, 24 Feb 2021 06:48 PM (IST)
उप्र में एक माह से बंधक बने तोरपा के दो दंपती लौटे
उप्र में एक माह से बंधक बने तोरपा के दो दंपती लौटे

तोरपा : बांसटोली, तोरपा के दो दंपती को उत्तर प्रदेश में पिछले एक माह से बंधक बना कर रखा गया था। जिन्हें तोरपा प्रखंड की उप प्रमुख सोफिया सुल्ताना व थाना प्रभारी अरविद कुमार द्वारा दबाव बनाकर छुड़ा लिया गया है। दो परिवार के सदस्य बुधवार को सकुशल अपने घर पहुंच गए हैं। सकुशल वापसी होने पर दोनों परिवारों ने उप प्रमुख और थाना प्रभारी का आभार जताया है।

तोरपा प्रखंड के बांस टोली निवासी सामु धान व उसकी पत्नी पूनम धान और संबर सिंह मुंडा व उसकी पत्नी असरिता तोपनो रोजगार की तलाश में 20 दिसंबर को बस से उत्तर प्रदेश के सोनबरसा गए थे। जहां दोनों दंपती पोल्ट्री फार्म में मजदूरी करने लगे। काम करने के बाद महीना पूरा होने पर जब मालिक से मजदूरी की मांग की तो पोल्ट्री फार्म के मालिक ने मजदूरी देने के बजाय सौ चूजा चोरी कर बेचने का आरोप लगाते हुए सभी को चूजे की कीमत चुकाने के लिए कहा और बंधक बना लिया। पोल्ट्री फार्म के मालिक ने सभी का आधार कार्ड भी रख लिया और फार्म के बाहर जाने की पाबंदी लगा दी। किसी प्रकार इसकी सूचना सामु ने फोन के माध्यम से अपने स्वजनों को दी। स्वजनों ने उन्हें बंधक बनाए जाने की जानकारी प्रखंड के उप प्रमुख सोफिया सुल्ताना को दी। इसके बाद उप प्रमुख ने थाना प्रभारी के साथ मिलकर पोल्ट्री फार्म के मालिक नंदलाल चौरसिया से बात कर मजदूरों को छोड़ने और सकुशल घर तक भेजने के लिए दबाव दिया। पुलिस दबाव के कारण नंदलाल चौरसिया ने सभी मजदूरों को मुक्त करते हुए उनके वापसी की व्यवस्था की। बुधवार को चारों लोग तोपरा के बांसटोली स्थित अपने घर पहुंचे गए।

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खाने-पीने के भी पैसे नहीं देता था मालिक

बंधक बनाए गए मजदूर सामु ने बताया कि मजदूरी देने के बजाए मालिक फार्म में ही सभी को बंधक बना लिया। इस दौरान किसी को भी बाहर नहीं जाने दिया जा रहा था। वहां मालिक नंदलाल चौरसिया खाने-पीने के लिए भी पैसे नहीं दे रहा था। उप प्रमुख और थाना प्रभारी का दबाव काम आया और फार्म के मालिक ने सभी को घर जाने के लिए छोड़ दिया।

- सामु धान, बांसटोली, तोरपा

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