पंजाब के आदमपुर में हुई सड़क दुर्घटना में झारखंड के तीन युवकों की मौत
जाटी रनिया (खूंटी)/जालंधर पंजाब के जालंधर महानगर के आदमपुर थाना क्षेत्र में गुरुवार को सड़क हादसा हो गया।
जाटी, रनिया (खूंटी)/जालंधर : पंजाब के जालंधर महानगर के आदमपुर थाना क्षेत्र में गुरुवार को उदेसिया गाव के पास हुई सड़क दुर्घटना में झारखंड के तीन युवकों की मौत हो गई। मृत युवकों में 25 वर्षीय राजू तोपनो, 30 वर्षीय अमृत सांगा और 28 वर्षीय सुनील लोहरा शामिल थे। तीनों युवक पंजाब के कानपुर में रहकर सोनी प्लाईवुड फैक्ट्री में कार्य करते थे।
जानकारी के अनुसार तीनों युवक एक मोटरसाइकिल पर सवार होकर किसी काम से पंजाब के कानपुर से होशियारपुर जा रहे थे। इसी बीच एक कार ने आदमपुर के पास तीनों को अपनी चपेट में ले लिया। घटनास्थल पर राजू तोपनो की मौत हो गई। वह खूंटी जिले के रनिया थाना क्षेत्र के गांव बनाबीरा गडाटोली का निवासी था। जबकि दो की मौत नजदीक के सिविल अस्पताल में हो गई। उनमें अमृत सांगा पश्चिमी सिंहभूम जिले के बंदगांव थाना क्षेत्र के छोटा कैसेल जलासार निवासी जोहन संगा का पुत्र था। तीसरा मृतक सुनील लोहरा लतरा कोंसा, थाना कमडरा, जिला गुमला का रहने वाला था।
आदमपुर थाना प्रभारी हरजिंदर सिंह ने बताया कि गुरुवार की दोपहर उन्हें दुर्घटना की सूचना मिली थी। जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेते हुए घायलों को इलाज के लिए सिविल अस्पताल भिजवाया था। आरोपित कार चालक तलवाड़ा निवासी मोहित कुमार के खिलाफ केस दर्ज कर मामले की जाच शुरू कर दी गई है।
मकान का काम पूरा होते ही आने की बात कही थी राजू ने
सड़क दुर्घटना में मृत खूंटी के रनिया थाना अंतर्गत बनाबीरा गडाटोली निवासी राजू अपने गांव में नया मकान बनवा रहा है। तीन साल पहले जब राजू घर आया था तो कहकर गया था कि रुपये भेजेंगे, घर का काम करवाना। मकान पूरा होते ही वह घर आएगा। यह बताते हुए मृतक राजू के पिता सोमरा की आंखे भर आईं। मृतक राजू के स्वजनों को घटना की जानकारी उसकी पत्नी ने दी। फोन पर उन्होंने बताया कि राजू सहित दो अन्य युवक की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई है। घटना की जानकारी मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया।
दरअसल, राजू तोपनो पिछले पांच वर्षों से पंजाब के जालंधर जिला अंतर्गत नूरपुर थाना क्षेत्र के कानपुर पंजाबी बाग स्थित प्लाई फैक्ट्री में काम करता था। राजू तीन वर्ष पूर्व घर आया था। उसकी शादी हो चुकी थी और वह अपनी पत्नी फलोरा तोपनो और दो बच्चों के साथ पंजाब में ही रहता था। राजू का भाई बुधवा तोपनो भी पंजाब में उसके साथ रहकर काम कर रहा था। राजू के पिता सोमरा ने बताया कि दो बेटा और चार बेटियों में राजू सबसे बड़ा था। घर की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं रहने के कारण दोनों भाई पंजाब में रहकर काम करते थे। दोनों भाई को गड़ाटोली के सुरेश तोपनो ने पंजाब ले जाकर काम दिलवाया था। सुरेश भी उसी कंपनी में काम करता है।
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कंपनी मालिक ने शव को गांव भेजने से किया इन्कार
पंजाब में हुई सड़क दुर्घटना में मृत पश्चिमी सिंहभूम जिले के बंदगांव थाना क्षेत्र के छोटा कैसेल जलासार निवासी अमृत संगा भी अपनी पत्नी सरोज तोपनो के साथ पंजाब में रहता था। वहीं सुनील लोहरा अकेले रहकर काम करता था। राजू समेत तीनों युवक जिस सोनी प्लाईवुड फैक्ट्री में काम करते थे, उसके मालिक ने शवों को उनके पैतृक गांव भेजने से इन्कार कर दिया। इसके बाद राजू की पत्नी सहित सुरेश व बुधवा ने स्थानीय झंडू सिगा थाना पहुंचकर मदद की गुहार लगाई। इसके बाद आदमपुर के स्थानीय सरपंच व मुखिया का सहयोग पीड़ित राजू पत्नी को मिला। राजू की पत्नी ने फोन कर परिजनों को बताया कि राजू सहित तीनों मृत युवकों के शव का अंतिम संस्कार स्थानीय सरपंच व मुखिया के सहयोग से आदमपुर में ही कर दिया जाएगा।