सात बेसहारा बच्चों में से तीन को रखा जाएगा बाल गृह में

संवाद सहयोगी खूंटी स्पॉन्सरशिप एंड फॉस्टर केयर अप्रूवल कमेटी की बैठक गुरुवार को जि

By JagranEdited By: Publish:Fri, 29 May 2020 01:25 AM (IST) Updated:Fri, 29 May 2020 01:25 AM (IST)
सात बेसहारा बच्चों में से तीन को रखा जाएगा बाल गृह में
सात बेसहारा बच्चों में से तीन को रखा जाएगा बाल गृह में

संवाद सहयोगी, खूंटी : स्पॉन्सरशिप एंड फॉस्टर केयर अप्रूवल कमेटी की बैठक गुरुवार को जिला बाल संरक्षण इकाई के कार्यालय में आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी अल्ताफ खान ने की। बैठक में रनिया क्षेत्र के सात बेसहारा हुए बच्चों के पालन-पोषण के संबंध में विचार-विमर्श करने के बाद निर्णय लिया गया कि सात में से तीन बच्चों को बाल गृह में रखा जाएगा। वहां उन तीनों बच्चों को भोजन, वस्त्र, चिकित्सा, आवासन एवं अन्य सुविधाएं दी जाएंगी। साथ ही दादी के साथ रहनेवाले चार बच्चों में से दो बच्चों को जिला प्रशासन के सहयोग से बाल संरक्षण योजना के तहत स्पॉन्सरशिप एंड फॉस्टर केयर योजना के तहत जोड़ा जाएगा। इस योजना के तहत प्रत्येक बच्चे को शिक्षा, पोषण एवं चिकित्सा के लिए प्रत्येक माह दो हजार रुपये आर्थिक सहायता दी जाती है। इस संबंध में संरक्षण पदाधिकारी गैर संस्थागत देखरेख शिवाजी प्रसाद को निर्देश दिया कि उन दोनों बच्चों के आवश्यक कागजात पूर्ण कर सात दिनों के अंदर उन्हें योजना से जोड़ा जाए।

विदित हो कि रनिया थानांतर्गत बुरुरमुंडा गांव के बिरसा टोपनो नामक ग्रामीण अपनी पत्नी बिरसी की हत्या कर जेल चला गया था। मां की हत्या व पिता के जेल जाने से उनके सात बच्चे बेसहारा हो गए हैं। सभी बच्चों की जिम्मेदारी उनकी बूढ़ी दादी के कंधों पर आ गयी। यह मामला प्रकाश में आने के बाद राज्य विधिक सेवा प्राधिकार ने स्वत: संज्ञान लेते हुए कार्रवाई करने का आदेश दिया था। उक्त के आलोक में चाइल्डलाइन एवं जिला बाल संरक्षण की टीम को उन सात बच्चों के घर बुरुरमुंडा गांव रनिया थाना सामाजिक जांच के लिए भेजा गया था।

बैठक में चाइल्ड लाइन के को-ऑर्डिनेटर शाहजहां खान ने बताया कि सामाजिक जांच रिपोर्ट की समीक्षा के उपरांत यह बात सामने आई है कि उन सात बच्चों की देखरेख के लिए उनकी दादी के अलावा कोई नहीं है। उनकी दादी ने तीन बच्चों को बालगृह में रखने तथा अपने साथ चार बच्चों को रखने का अनुरोध किया है। साथ ही कहा है कि उन चार बच्चों को भी सरकारी योजना का लाभ दिलाया जाए। बैठक में बाल कल्याण समिति की सदस्य लीना केरकेट्टा ने धन्यवाद ज्ञापित किया। बैठक में चाइल्ड लाइन की टीम मेंबर बसंती मुंडा, सिनी के प्रतिनिधि एमिल एवं सहयोग विलेज के प्रतिनिधि अमृत टोपनो उपस्थित थे।

chat bot
आपका साथी