पवित्र सावन माह शुरू, शिवालयों में गूंजे ओम नम: शिवाय

शिव आराधना का पवित्र माह सावन रविवार से शुरू हो गया है। पूरे माह शिवालयों में ओम नम शिवाय की गूंज रहेगी। सावन माह को लेकर जिले के सभी शिवालयों को सजाया-संवारा गया है। पूरे तामझाम के साथ तैयारी की गई लेकिन सावन के पहले दिन शिवभक्त शिवालयों में जलाभिषेक नहीं कर सके।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 25 Jul 2021 09:02 PM (IST) Updated:Sun, 25 Jul 2021 09:02 PM (IST)
पवित्र सावन माह शुरू, शिवालयों में गूंजे ओम नम: शिवाय
पवित्र सावन माह शुरू, शिवालयों में गूंजे ओम नम: शिवाय

जाटी, खूंटी : शिव आराधना का पवित्र माह सावन रविवार से शुरू हो गया है। पूरे माह शिवालयों में ओम नम: शिवाय की गूंज रहेगी। सावन माह को लेकर जिले के सभी शिवालयों को सजाया-संवारा गया है। पूरे तामझाम के साथ तैयारी की गई, लेकिन सावन के पहले दिन शिवभक्त शिवालयों में जलाभिषेक नहीं कर सके। कोरोना के संभावित तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए सरकार ने अबतक मंदिरों में श्रद्धालुओं के लिए पूजा-पाठ की छूट नहीं दी है। मंदिरों में सिर्फ पंडित व पुजारी ही पूजन करेंगे। सरकारी गाइडलाइन के अनुसार मंदिरों के पट खोलने की अनुमति तो प्रदान की गई है, लेकिन श्रद्धालुओं को मंदिर में प्रवेश की अनुमति नहीं है। यही कारण है कि क्षेत्र के प्रसिद्ध बाबा आम्रेश्वर धाम में मंदिरों के पट तो खुले हैं लेकिन उसके आगे बेरिकेडिग लगा दी गई है। इस स्थिति में भक्तगण दूर से ही बाबा भोले का दर्शन पूजन कर सकते हैं। पवित्र शिवलिग में जलाभिषेक की अनुमति सिर्फ पुजारियों को दी गई है। पवित्र सावन माह के पहले दिन रविवार को बाबा आम्रेश्वर धाम सहित अन्य शिवालयों में शिवभक्त जलाभिषेक के लिए पहुंचे लेकिन शिवालयों में प्रवेश न कर पाने की स्थिति में बगैर जलाभिषेक किए दूर से ही दर्शन पूजन कर उन्हें निराश लौटना पड़ा। यहां उल्लेखनीय है कि बाबा आम्रेश्वर धाम की ख्याति दूर-दूर तक फैली है। झारखंड के दूरदराज क्षेत्रों सहित निकटवर्ती अन्य प्रदेशों से सालों भर श्रद्धालु यहां दर्शन-पूजन के लिए आते हैं। सावन में तो पूरे एक महीने तक यहां मेला का आयोजन होता रहा है। श्रावणी मेले में विभिन्न क्षेत्रों से जलाभिषेक के लिए आने वाले शिवभक्तों की भीड़ से पूरा मंदिर परिसर अटा पड़ा रहता है। लेकिन कोरोना काल के कारण लगातार दूसरे वर्ष आम्रेश्वर धाम के पवित्र स्वयंभू शिवलिग में भक्त जलाभिषेक नहीं कर पाएंगे। कोरोना के कारण इस वर्ष भी श्रावणी मेला नहीं लगने से शिव भक्तों सहित मेला में फूल, प्रसाद व अन्य छोटे-मोटे दुकान लगाने वाले व्यवसायियों में निराशा व्याप्त है।

वहीं, रनिया के सोदे गांव स्थित प्रसिद्ध शिवालय अर्जुनेश्वर धाम में रविवार को सावन के पहले दिन रनिया प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न गांव से शिव भक्त पहुंचकर भगवान शिव की पूजा-अर्चना किए। सावन के महीने में प्रसिद्ध शिवालय में बड़ी संख्या में लोग रनिया प्रखंड क्षेत्र के साथ अन्य जगहों से पहुंचकर बाबा का दर्शन करते हैं। कोरोना संक्रमण के कारण मंदिर में भीड़ लगाने पर प्रतिबंध है, लेकिन यहां शारीरिक दूरी का अनुपालन करते हुए लोग पूजा-अर्चना कर सकेंगे।

तोरपा प्रखंड अंतर्गत दियाकेल पंचायत के पतरायुर स्थित नागेश्वर धाम में रविवार को सावन माह के पहले दिन सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन का पालन करते हुए शारीरिक दूरी का पालन करते हुए श्रद्धालुओं ने पूजा अर्चना किया। सावन के पहले सोमवारी में भक्तों की भीड़ उमड़ने की संभावना पर यहां बेरिकेडिग किया गया है।

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