धूमधाम से मनाया गया तोरपा में लोक आस्था का महापर्व

लोक आस्था का महापर्व छठ संपन्न हो गया। चार दिवसीय छठ महापर्व के अंतिम दिन गुरुवार सुबह छाता नदी घाट पर भगवान भास्कर को अ‌र्घ्य दिया गया। भगवान भास्कर की उपासना में हर कोई लीन दिखे।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 11 Nov 2021 10:08 PM (IST) Updated:Thu, 11 Nov 2021 10:08 PM (IST)
धूमधाम से मनाया गया तोरपा में लोक आस्था का महापर्व
धूमधाम से मनाया गया तोरपा में लोक आस्था का महापर्व

संसू, तोरपा : लोक आस्था का महापर्व छठ संपन्न हो गया। चार दिवसीय छठ महापर्व के अंतिम दिन गुरुवार सुबह छाता नदी घाट पर भगवान भास्कर को अ‌र्घ्य दिया गया। भगवान भास्कर की उपासना में हर कोई लीन दिखे। विधि-विधान से सूर्योपासना और अ‌र्घ्य के बाद व्रतियां और श्रद्धालु अपने-अपने घरों की ओर लौट गए। छठ महापर्व को लेकर प्रखंड क्षेत्र भक्ति के माहौल में डूबा रहा। शहर में चारों ओर छठ मैया के गीतों की धुन सुनाई देती रही। स्थानीय नदियों व तालाबों के तट पर मनोरम ²श्य देखने को मिला। श्रद्धालु सुबह से ही छठ घाट की ओर डाला के साथ रवाना हो गए थे। सूर्य की लालिमा देखते ही व्रती एवं श्रद्धालुओं के चेहरे पर प्रसन्नता झलकने लगी थी। इससे पूर्व व्रती तथा श्रद्धालु भगवान सूर्य के उगने का इंतजार जल में खड़े होकर किया। व्रती के जल से निकलने के बाद लोगों ने उनके पांव छुए और आशीष प्राप्त किया। इस दौरान व्रतियों ने पुरूषों को टीका लगाया, महिलाओं की मांग में सिदूर दिया तथा उनके सुहाग की दीघार्यु होने की प्रार्थना की। अ‌र्घ्य देने के बाद लोगों में प्रसाद प्राप्त करने की होड़ लग गई।

फ्रेंड्स क्लब द्वारा आकर्षक लाइटिग व डेकोरेशन किया गया

लोक आस्था का चार दिवसीय महापर्व छठ घाट को तोरपा में फ्रेंड्स क्लब के सदस्यों की देखरेख में इस बार आकर्षक रूप से सजाया गया था। छाता नदी पूरी तरह स्वच्छ और निर्मल नजर आ रहा था। मिलन चौक से लेकर नदी तक घाट को आकर्षक लाइटिग से सजाया गया है, इसकी वजह से विहंगम नजारा देखने को मिल रहा था। घाट पर व्रतियों को नारियल, धूप, अगरबती व अ‌र्घ्य देने के लिए दूध का वितरण किया।

इंस्पेक्टर की पत्नी ने तोरपा में दूसरी बार किया छठ

सर्किल इंस्पेक्टर दिग्विजय की पत्नी ने तोरपा में दूसरी बार छठ पूजा किया। दिग्विजय सिंह पूर्व में जब तोरपा थाना प्रभारी थे, उस वक्त थाना परिसर में ही हौदा बना कर पूजा किया था। इस बार स्थानीय छाता नदी में जाकर छठ के दौरान भगवान भास्कर को अ‌र्घ्य अर्पण किया।

chat bot
आपका साथी