सहायक पुलिसकर्मियों की मांगों के समर्थन में सड़क पर उतरे स्वजन
पिछले चार वर्षों से जनता की सुरक्षा और शांति व्यवस्था में लगे सहायक पुलिसकर्मियों की मांगों के समर्थन अब उनके स्वजन भी सड़क पर उतरकर आंदोलन करने लगे हैं।
जागरण संवाददाता, खूंटी : पिछले चार वर्षों से जनता की सुरक्षा और शांति व्यवस्था में लगे सहायक पुलिसकर्मियों की मांगों के समर्थन अब उनके स्वजन भी सड़क पर उतरकर आंदोलन करने लगे हैं। सहायक पुलिसकर्मियों के स्वजनों ने गुरुवार को अपनी मांगों को लेकर स्थानीय कचहरी मैदान में धरना दिया। मौके पर एक सहायक पुलिसकर्मी के पिता रामध्यान सिंह ने कहा कि उनके बच्चे चार वर्षों से जान जोखिम में डालकर पुलिस के साथ काम करे हैं, पर सरकार उनके साथ सौतेला व्यवहार कर रही है। राज्य भर के सहायक पुलिसकर्मी पिछले एक माह से आंदोलनरत हैं। उनकी मांगों को सुनकर सहानुभूतिपूर्वक विचार करने के बदले हेमंत सरकार उनकी बेरहमी से पिटाई कर रही है। उन्होंने कहा कि सहायक पुलिसकर्मियों की मांगों के समर्थन में राज्य भर से उनके अभिभावक सड़कों पर उतरेंगे। नियुक्ति नियमावली के अनुसार सहायक पुलिसकर्मियों की नियुक्ति प्रखंड स्तर पर की गई हैं। जिनकी ड्यूटी स्थानीय थाना अंतर्गत लिया जाना था। नियमावली के विरुद्ध सहायक पुलिस से सभी प्रकार की ड्यूटी राज्य के अंदर एवं राज्य बाहर भी ली गई। एक अन्य अभिभावक राजेश साहू ने कहा कि चार वर्ष तक लगातार सेवा देने के बावजूद सरकार उनकी स्थिति को अनदेखा कर रही है। उन्होंने कहा कि कई सहायक पुलिसकर्मियों की नौकरी की उम्र सीमा भी खत्म हो गई है। ऐसे में वे मझधार में फंस गए हैं। कैलाश मुंडा ने कहा कि सहायक पुलिसकर्मियों को जो दस हजार की मजदूरी दी जाती है, वह भी नियमित नहीं है। खूंटी जिले के सहायक पुलिसकर्मियों को पिछले दो माह से भुगतान नहीं किया गया है। बिना वेतन के ही उन्हें दुर्गा पूजा सहित अन्य त्योहार मनाना पड़ा। अब सहायक पुलिसकर्मियों और उनके परिवार को सोचना पड़ रहा है कि वे दीपावली और छठ कैसे मनाएंगे। धरना के बाद उपायुक्त शशि रंजन को आठ सूत्री मांगों से संबंधित ज्ञापन सौंपा गया। सहायक पुलिसकर्मियों के स्वजनों ने कहा कि मांगों पर तीन दिनों के अंदर सरकार यदि विचार नहीं करती है तो झारखंड राज्य के समस्त सहायक पुलिस के अभिभावक आंदोलन के लिए रांची जाने पर बाध्य होंगे। मौके पर सांवइर देवी, मोनिका सोय, ज्योति सांगा, कुंवारी कच्छप, लोकमती नाग, नवधन अहीर, कैलाश मुंडा, रंजीत मुंडा सहित बड़ी संख्या में सहायक पुलिस कर्मियों के स्वजन उपस्थित थे।