प्रधानमंत्री ने 35 फसलों की विशेष किस्में राष्ट्र को किया समर्पित

जलवायु अनुकूल किस्मों प्रौद्योगिकी और प्रथाओं पर सोमवार को कृषि विज्ञान केंद्र खूंटी में किसानों के साथ चर्चा की गई। मौके पर किसानों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संवाद भी सुनाया गया।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 28 Sep 2021 09:55 PM (IST) Updated:Tue, 28 Sep 2021 09:55 PM (IST)
प्रधानमंत्री ने 35 फसलों की विशेष किस्में राष्ट्र को किया समर्पित
प्रधानमंत्री ने 35 फसलों की विशेष किस्में राष्ट्र को किया समर्पित

संसू, तोरपा : जलवायु अनुकूल किस्मों, प्रौद्योगिकी और प्रथाओं पर सोमवार को कृषि विज्ञान केंद्र खूंटी में किसानों के साथ चर्चा की गई। मौके पर किसानों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संवाद भी सुनाया गया। कृषि को अपनाने के लिए बड़े पैमाने पर जागरूकता फैलाने के मकसद से प्रधानमंत्री ने 35 फसलों की विशेष किस्मों को राष्ट्र को समर्पित किया। संवाद के दौरान उसने कहा कि फसलों की विशेष किस्में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद द्वारा विकसित की गई हैं, ताकि जलवायु परिवर्तन और कुपोषण की दोहरी चुनौतियों से निपटा जा सके। प्रधानमंत्री मोदी ने विशेष गुणों वाली फसलों की किस्मों के बारे में बताया कि भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) द्वारा विशेष लक्षणों वाली फसल की किस्मों को विकसित किया गया है। जलवायु को लेकर लचीलापन और ऊंची पोषक तत्व सामग्री जैसे विशेष गुणों वाली 35 ऐसी फसलों की किस्मों को साल 2021 में विकसित किया गया है। इनमें सूखे को बर्दाश्त करने वाली चने की किस्म, विल्ट और स्टरिलिटी मौजेक प्रतिरोधी अरहर, सोयाबीन की जल्दी पकने वाली किस्म, चावल की रोग प्रतिरोधी किस्में और गेहूं, बाजरा, मक्का, चना, क्विनोआ, कुटु, विगड बीन और फाबा बीन की बायोफोर्डिफाइड किस्में शामिल हैं। कार्यक्रम का आयोजन भारतीय प्राकृतिक राल एवं गोंद संस्थान नामकुम व कृषि विज्ञान केंद्र खूंटी के संयुक्त तत्वावधान में किया गया था। इस दौरान पंजाब, लुधियाना, तमिलनाडु, कोयंबटूर, मुंबई, धाड़बड़ को स्वच्छ हरित परिसर का अवार्ड दिया गया। वही दियांकेल स्थित विज्ञान केंद्र में 175 किसान सहित केवीके खूंटी के अध्यक्ष डॉ ज्योतिर्मय घोष, मौसम वैज्ञानिक डॉ राजन चौधरी, डॉ निर्मल कुमार सहित कई वैज्ञानिक मौजूद थे।

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