बिरसा कालेज में पहली बार हुआ नैक का मूल्यांकन, अच्छे ग्रेड मिलने की उम्मीद

बिरसा कालेज खूंटी का पहली बार राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (नैक) का मूल्यांकन हुआ।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 31 Jul 2021 10:54 PM (IST) Updated:Sat, 31 Jul 2021 10:54 PM (IST)
बिरसा कालेज में पहली बार हुआ नैक का मूल्यांकन, अच्छे ग्रेड मिलने की उम्मीद
बिरसा कालेज में पहली बार हुआ नैक का मूल्यांकन, अच्छे ग्रेड मिलने की उम्मीद

जागरण संवाददाता, खूंटी : बिरसा कालेज खूंटी का पहली बार राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (नैक) का मूल्यांकन हुआ। यूजीसी द्वारा भेजे गए चार सदस्यीय टीम शनिवार को दो दिनों तक कालेज का मूल्यांकन करने के बाद वापस चली गई। टीम का चेयरमैन तिरूपति यूनिवर्सिटी आंध्रप्रदेश के भूतपूर्व कुलपति डा. डब्ल्यू राजेंद्र थे। इनके अलावा टीम में साउथ गुजरात यूनिवर्सिटी सूरत के रिटायर्ड प्रोफेसर डॉ एवी अर्घानरी, गर्वमेंट लॉ कालेज मुंबई के प्रिसिपल डॉ अस्मिता वैद्य और पर्यवेक्षक डॉ एचसी चीताप्पा बंगलोर शामिल थे। यूजीसी के नए नियम के अनुसार फंड प्राप्त करने के लिए किसी भी कालेज को कम से कम बी-ग्रेड प्राप्त करना आवश्यक है। यूजीसी ने यह निर्णय गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करने के लिए उठाया है।

मूल्यांकन के लिए निरीक्षण का काम शनिवार को दूसरे दिन सफलतापूर्वक संपन्न हो गया। दूसरे दिन टीम ने हॉस्टल, कैंटीन, कैंपस आदि का निरीक्षण किया। दो दिनों तक कालेज के हर पहलू का निरीक्षण करने के बाद टीम ने अपना रिपोर्ट प्रभारी प्राचार्या को सौंपा। इससे पहले टीम कालेज के लगभग सभी स्टाफ से विभिन्न पहलुओं पर बात करते हुए जानकारी जुटाई। निरीक्षण समाप्त होने के बाद नैक के सभी सदस्य समापन बैठक में कालेज के सभी शिक्षकों और स्टाफ के साथ शामिल हुए। समापन कार्यक्रम में नैक टीम के चेयरमैन डा. डब्ल्यू राजेंद्र ने अपने संबोधन में निरीक्षण के दौरान पाए गए कमियों और खूबियों के बारे में चर्चा की। उन्होंने बिरसा कालेज के छात्रों की प्रतिभा की प्रशंसा करते हुए कहा कि कम संसाधन में यहां के छात्र हर क्षेत्र में बेहतर कर रहे हैं। यदि बेहतर संसाधन और व्यवस्था उपलब्ध हो तो यहां के छात्र अपने क्षेत्र के साथ देश का नाम रौशन कर सकते हैं। उन्होंने कोआर्डिनेटर जया भारती कुजूर सहित शिक्षकों की भी प्रशंसा की और कहा कि इतनी कम संसाधनों के बावजूद हजारों छात्रों की पढ़ाई जारी रख पाना काबिले तारीफ है। उन्होंने यहां के समृद्ध संस्कृति की चर्चा भी अपने कार्यक्रम में किया। इसके साथ ही उन्होंने कॉलेज में सुधार की आश्यकताओं पर भी चर्चा किया। हास्टल के निरीक्षण के दौरान टीम के सदस्य खुश नहीं दिखे। वैसे कोरोना संक्रमण काल से हास्टल लगभग बंद सा है। नैक मूल्यांकन के लिए कालेज आए टीम को कॉलेज के शिक्षकों और स्टाफ ने ढोल नगाड़े के साथ नाच-गाकर विदा किया। दो दिनों के मूल्यांकन कार्यक्रम के बाद कालेज को अच्छे ग्रेड की उम्मीद है। मौके पर कॉलेज की प्रभारी प्राचार्य जी कुल्लू कीड़ो, प्रो चंद्रकिशोर भगत, पुष्पा सुरीन, जेएस नाग, राजकुमार गुप्ता, एसएम यादव, संदीप मिज, अभिषेक कुमार, नूपुर कुमारी, शीला कुमारी गुप्ता, कुमार ब्रजकिशोर, सौरव कुमार साहू, कमलेश महतो, महावीर दास, जितेंद्र, प्रदीप समेत कालेज के सभी कर्मी व विद्यार्थी उपस्थित थे।

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टीम को दिया ट्राइब इंडिया व ट्राईफेड निर्मित गिफ्ट

जासं, खूंटी : बिरसा कालेज खूंटी के मूल्यांकन के लिए आए नैक के चार सदस्यीय टीम का खूंटी सांसद सह केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा की तरफ से जिला सांसद प्रतिनिधि मनोज कुमार, केंद्रीय मंत्री के निजी सचिव संजय बासु व कैलाश गोस्वामी ने ट्राइब इंडिया व ट्राईफेड निर्मित गिफ्ट देकर अभिनंदन किया। टीम में शामिल सदस्यों को सांसद प्रतिनिधि ने बताया कि बिरसा कॉलेज के विकास के लिए क्षेत्र के सांसद व केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा गंभीर हैं। कॉलेज को नैक मूल्यांकन के लिए योग्य बनाने में अर्जुन मुंडा ने अहम भूमिका निभाई है। स्थापना के बाद कॉलेज के नाम पर जमीन हस्तांतरित नहीं हुई थी। इस बात की जानकारी एबीवीपी नेताओं से मिलने पर केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने तत्कालीन राज्यपाल एवं खूंटी उपायुक्त से बात कर बिरसा कॉलेज की जमीन को कॉलेज के नाम कराने में अहम भूमिका निभाई। इसके अतिरिक्त अपने सांसद मद से उन्होंने कॉलेज में सोलर एनर्जी सिस्टम, अग्निशमन यंत्र व छात्राओं के लिए सैनिटरी नैपकिन डिस्ट्रॉयर मशीन लगवाया। कॉलेज में खेल का माहौल बनी रहे इसके लिए फुटबाल, हाकी, क्रिकेट, बास्केटबाल, बैडमिटन, कैरम सहित अन्य इंडोर खेलों के खेल सामग्री का पूरा सेट कालेज को प्रदान किया है।

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