करम प्रकृति आधारित पर्व : डॉ. पूर्ति

खूंटी : करम-धरम पूर्व के अवसर पर गुरुवार को बिरसा कॉलेज प्रांगण में करम महोत्सव का आयो

By JagranEdited By: Publish:Thu, 20 Sep 2018 08:19 PM (IST) Updated:Thu, 20 Sep 2018 08:19 PM (IST)
करम प्रकृति आधारित पर्व : डॉ. पूर्ति
करम प्रकृति आधारित पर्व : डॉ. पूर्ति

खूंटी : करम-धरम पूर्व के अवसर पर गुरुवार को बिरसा कॉलेज प्रांगण में करम महोत्सव का आयोजन किया गया। अखाड़ा में विधिवत तरीके से करम की पूजा-अर्चना की गई। इसके बाद सबके बीच प्रसाद का वितरण किया गया। मुख्य अतिथि प्रभारी प्राचार्य डॉ. एन पूर्ति ने कहा कि करम प्रकृति आधारित त्योहार है। इसमें भाई-बहन के प्यार के साथ-साथ प्रकृति के साथ लगाव का भी संदेश मिलता है। उन्होंने कहा कि पौधे खुद अपने लिए भोजन तैयार करते हैं और प्रकृति के सभी जीव-जंतु का भरण-पोषण करते हैं। पेड़-पौधे के नहीं रहने से हमारी प्रकृति का संतुलन बिगड़ जाएगा, इसलिए हमें हरहाल में उन्हे बचाना आवश्यक है। उन्होंने सभी को हर वर्ष एक-एक पौधे लगाने का संकल्प दिलाया। कृष्णा महतो ने करम के विभिन्न गीतों को गाया। कई वक्ताओं ने करमा-धरमा की कहानी को बताया तथा करम पर्व के महत्व पर प्रकाश डाला। मौके पर मुख्य रूप से बिरेंद्र सोय, एसएम यादव, राजकुमार गुप्ता, बिशेश्वर मुंडा, सुनीात टोप्पो, हेसेल सारू, घनश्याम मिश्र, विजय प्रधान, दुबराज ¨सह मुंडा, निदेश मानकी, मनोज बारला, अब्राहम पूर्ति, रामा पुरान, जगू नाग, अशिमा कोनगाड़ी, लखमनी पूर्ति, प्रिष्टा कंडुलना सहित अन्य उपस्थित थे।

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