राष्ट्रपिता के योगदान को भुलाया नहीं जा सकता : चौधरी

विश्व आदिवासी दिवस और भारत छोड़ो आंदोलन की वर्षगांठ पर रविवार को कांग्रेस के जिला कार्यालय में एक कार्यक्रम आयोजित हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष रामकृष्णा चौधरी ने की।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 09 Aug 2020 07:20 PM (IST) Updated:Mon, 10 Aug 2020 06:20 AM (IST)
राष्ट्रपिता के योगदान को भुलाया नहीं जा सकता : चौधरी
राष्ट्रपिता के योगदान को भुलाया नहीं जा सकता : चौधरी

खूंटी : विश्व आदिवासी दिवस और भारत छोड़ो आंदोलन की वर्षगांठ पर रविवार को कांग्रेस के जिला कार्यालय में एक कार्यक्रम आयोजित हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष रामकृष्णा चौधरी ने की।

मौके पर पूर्व विधायक कालीचरण मुंडा ने कहा कि आज ही के दिन वर्ष 1942 में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने भारत छोड़ो आंदोलन का शुभारंभ किया था। महात्मा गांधी ने देशवासियों से अभी नहीं तो कभी नहीं एवं करो या मरो का नारा देकर ऐसा आंदोलन चलाया, जो आगे चलकर आजादी का मूल मंत्र बना। अपने अध्यक्षीय भाषण में जिलाध्यक्ष रामकृष्णा चौधरी ने कहा कि महात्मा गांधी ने अहिसक आंदोलन का सहारा लेकर अंग्रेजों से देश को आजाद कराया। राष्ट्रपिता के इस योगदान को देश कभी भूल नहीं सकता। जिला प्रवक्ता सह मीडिया प्रभारी ओमप्रकाश मिश्र ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी द्वारा चलाए गए स्वतंत्रता आंदोलन की विस्तृत जानकारी कार्यकर्ताओं को दी।

वहीं कांग्रेस आदिवासी प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष विल्सन टोपनो ने विश्व आदिवासी दिवस की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि झारखंड के विकास के लिए आदिवासी एकता बनी रहनी चाहिए। इस कार्यक्रम के बाद सभी कांग्रेसजन कचहरी परिसर स्थित बिरसा पार्क गए और वहां भगवान बिरसा मुंडा की आदमकद प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया। बाद में सभी कांग्रेसी सिरका पसराबेड़ा गांव गए और विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर वहां पौधारोपण कर ग्रामीणों को पौधारोपण के प्रति जागरूक किया। इस पूरे कार्यक्रम में पार्टी के वरीय जिला उपाध्यक्ष बैजनाथ मुंडा, जिला महासचिव नईमुद्दीन खान व पीटर मुंडू, जिला सचिव सयूम अंसारी, खूंटी प्रखंड अध्यक्ष सुशील सांगा, विपिन लुगुन, शशिकांत होरो, मो. इसराइल अंसारी, नरेश तिर्की, सुनील नायक, अजय पूर्ति, बसंत सुरीन, अजय गुप्ता, मोहन साहू व रोहित कुमार आदि कांग्रेस कार्यकर्ता उपस्थित थे।

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