यूजीसी की नई गाइडलाइन के अनुसार तैयार हो रहा बिरसा कालेज खूंटी

बिरसा कालेज खूंटी का इस वर्ष पहली बार राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (नैक) का मूल्यांकन होगा। यूजीसी के नए नियम के अनुसार फंड प्राप्त करने के लिए किसी भी कालेज को कम से कम बी-ग्रेड प्राप्त करना आवश्यक है। यूजीसी ने यह निर्णय गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करने के लिए उठाया है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 11 Apr 2021 09:00 PM (IST) Updated:Sun, 11 Apr 2021 09:00 PM (IST)
यूजीसी की नई गाइडलाइन के अनुसार तैयार हो रहा बिरसा कालेज खूंटी
यूजीसी की नई गाइडलाइन के अनुसार तैयार हो रहा बिरसा कालेज खूंटी

खूंटी : बिरसा कालेज खूंटी का इस वर्ष पहली बार राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (नैक) का मूल्यांकन होगा। यूजीसी के नए नियम के अनुसार फंड प्राप्त करने के लिए किसी भी कालेज को कम से कम बी-ग्रेड प्राप्त करना आवश्यक है। यूजीसी ने यह निर्णय गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करने के लिए उठाया है। इस वर्ष रांची विवि के बिरसा कालेज खूंटी का नए सिरे से मूल्यांकन होना है। कालेज इस दिशा में तैयार हो रहा है। प्राचार्य के साथ कालेज के सारे प्रोफेसर, कर्मी व विद्यार्थी अपना-अपना योगदान दे रहे हैं, ताकि कालेज को अच्छा ग्रेड मिले और कालेज में सुविधाओं का विकास हो सके। बिरसा कालेज खूंटी रांची विवि से अंगीभूत जिले का एकमात्र कालेज है। जिले के सभी छह प्रखंडों के अलावा आसपास के विद्यार्थियों के उच्च शिक्षा ग्रहण करने का यह एकमात्र सरकारी प्रतिष्ठान है। कालेज में इंटरमीडिएट से लेकर पीजी तक की पढ़ाई होती है। कला, वाणिज्य व विज्ञान विषयों पर यहां विद्यार्थियों के लिए पढ़ाई करने के लिए अलग-अलग व्यवस्था है। बिरसा कालेज खूंटी वैसे तो करीब 33 एकड़ जमीन पर चल रहा है, लेकिन कालेज के नाम पर एक इंच भी जमीन नहीं थी। इस वर्ष हेमंत सरकार की कैबिनेट ने केशर ए हिद की जमीन पर चल रहे कालेज को 13 एकड़ जमीन देने का निर्णय लिया है। अब बिरसा कालेज के नाम 13 एकड़ जमीन होगी। नैक का मूल्यांकन नहीं होने के कारण कालेज अपने स्तर से योजना बनाकर यूजीसी से राशि नहीं मांग पा रहा था।

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19-20 को कालेज आएगी नैक की टीम

कालेज का राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद यानी नैक का मूल्यांकन एक बार भी नहीं हुआ है। इस माह 19-20 तारीख को नैक की टीम कालेज आने वाली है। कालेज का पहली बार नैक का मूल्यांकन होना है। इसके लिए कालेज परिवार तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुटा है। उन्हें हरहाल में कम से कम बी ग्रेड लाना होगा, ताकि कालेजों को विकास संबंधी राशि यूजीसी से भी प्राप्त हो सके। हालांकि, कालेज परिवार ए ग्रेड मिलने की अपेक्षा रखता है। ग्रेड मिलने पर ही कालेज अपने स्तर से दो करोड़ रुपये की योजनाएं बनाकर यूजीसी से राशि मांगने के हकदार हो जाएगा। विवि के कुलपति की ओर से सारे कालेजों के साथ बिरसा कालेज को इस संबंध में दिशा-निर्देश दिया जा चुका है। नैक मूल्याकन को लेकर कालेज द्वारा की जा रही तैयारियों की जानकारी लेने कई बार कुलपति कालेज आ चुकी हैं। शनिवार को भी उन्होंने कालेज पहुंचकर रजिस्टरों का मुआयना किया। कालेज प्रशासन की ओर से पूरे कालेज का रंग-रोगन कराने के साथ ही परिसर की साफ-सफाई कराई गई है।

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खेल के क्षेत्र में कालेज की उपलब्धि बेहतर

बिरसा कालेज खूंटी हॉकी व तीरंदाजी के क्षेत्र में कई राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी दे चुका है। क्विज व सांस्कृतिक प्रतियोगिताओं में भी ओवरऑल का वेस्ट अवार्ड ले चुका है। मैथ्स का वेस्ट ग्रेजुएट भी इसी कालेज के नाम दर्ज है। इसके अलावा विषयवार बेहतर परीक्षाफल भी कालेज की उपलब्धि रहा है।

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अनुबंधकर्मियों के भरोसे कालेज की पढ़ाई

बिरसा कालेज खूंटी की पढ़ाई अनुबंधकर्मियों के भरोसे चल रही है। कालेज में कई प्रमुख विषयों के प्रोफेसर नहीं हैं। उन विषयों की पढ़ाई अनुबंध पर बहाल प्रोफेसर के भरोसे है। विज्ञान विषय के भौतिक, रसायन, गणित समेत कई मुख्य विषयों के प्रोफेसर नहीं हैं। घंटी आधारित और अनुबंध पर बहाल प्रोफेसर स्थायी नौकरी मिलने या इससे बेहतर काम मिलने पर कालेज में पढ़ाना छोड़ देते हैं। ऐसे में बच्चों की पढ़ाई पर प्रतिकूल असर पड़ता है। फिलहाल कालेज में इंटरमीडिएट में 2400 विद्यार्थी हैं। वहीं स्नातक में छह हजार विद्यार्थी हैं। इसके अलावा पीजी के 1800 विद्यार्थी अध्ययनरत हैं। प्रोफेसरों के साथ कालेज के पास शिक्षकेत्तर कर्मियों की भी कमी है।

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आठ कमरों पर ईवीएम, ग‌र्ल्स कॉमन रूम पर सुरक्षाकर्मी

कालेज के आठ कमरों में लोकसभा चुनाव के समय से ईवीएम रखी हुई है। वहीं, ईवीएम की सुरक्षा में तैनात सुरक्षाकर्मी ग‌र्ल्स कॉमन रूम पर कब्जा जमाए बैठे हैं। ऐसे में जहां विद्यार्थियों के पठन-पाठन में परेशानी हो रही है। वहीं, छात्राओं को कॉमन रूम की सुविधा नहीं मिल पा रही है। वर्तमान में कालेज के 15 कमरों में पढ़ाई होती है। दस हजार से अधिक विद्यार्थियों के लिए 15 कमरे कम पड़ते हैं। फिलहाल कालेज में लड़कों के लिए भी कॉमन रूम नहीं है और मीटिग आदि के लिए हॉल भी नहीं है। कालेज के पीछे बहुउद्देश्यीय हॉल का निर्माण कार्य चल रहा है, जिसके दिसंबर तक पूरा हो जाने की उम्मीद है।

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कोट :-

कालेज में पहली बार नैक की टीम आने वाली है। कालेज की ओर से सारी तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। आशा है कालेज को ए ग्रेड मिलेगा। सीमित संसाधन व कर्मियों के बावजूद सारे कर्मियों और विद्यार्थियों की बदौलत अबतक कालेज हर मामले में बेहतर करता आया है। कालेज में इंटरमीडिएट व वाणिज्य की स्नातक व स्नातकोत्तर की पढ़ाई सुबह पाली में और बाकि की पढ़ाई दिन की पाली में कराई जाती है।

- जेरमेन कुल्लू कीड़ो, प्रचार्या, बिरसा कालेज खूंटी

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