बारिश का मौसम शुरू होते ही बिजली की आंखमिचौली शुरू

मानसून के दस्तक देते ही शहर में बिजली की आंखमिचौली शुरू हो गई है। आए दिन बारिश शुरू होते ही कहीं ना कहीं फॉल्ट हो जाता है। इससे घंटों विद्युत आपूर्ति ठप पड़ जा रही है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 15 Jun 2021 07:22 PM (IST) Updated:Tue, 15 Jun 2021 07:22 PM (IST)
बारिश का मौसम शुरू होते ही बिजली की आंखमिचौली शुरू
बारिश का मौसम शुरू होते ही बिजली की आंखमिचौली शुरू

जागरण संवाददाता, खूंटी : मानसून के दस्तक देते ही शहर में बिजली की आंखमिचौली शुरू हो गई है। आए दिन बारिश शुरू होते ही कहीं ना कहीं फॉल्ट हो जाता है। इससे घंटों विद्युत आपूर्ति ठप पड़ जा रही है। उल्लेखनीय है कि यास तूफान आने से पूर्व ही विद्युत विभाग ने 33 केवीए व अन्य विद्युत लाइनों को दुरुस्त करने का काम किया था। इसके लिए छह घंटे का शटडाउन लिया गया था। लेकिन तूफान के कारण हुई भारी बारिश ने विद्युत विभाग की सभी तैयारियों को ऐसा ध्वस्त किया, जिससे अब तक विभाग उबर नहीं पाया है। लाकडाउन के कारण घरों में कैद रहने को मजबूर लोग बिजली नहीं रहने से विभाग को कोसते रहते हैं। विगत कुछ दिनों से खूंटी की विद्युत व्यवस्था लचर हो गई है। बिजली की लचर व्यवस्था के कारण शहर की जलापूर्ति व्यवस्था भी बाधित होने लगी है। इस स्थिति में शहरवासियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जिला मुख्यालय में लचर बिजली व्यवस्था से अंदाजा लगाया जा सकता है कि सुदूरवर्ती गांवों में बिजली की क्या व्यवस्था होगी। पहले जिला में पावर ग्रिड ना होने के कारण यह कहा जा रहा था कि जिले में पावर ग्रिड का निर्माण हो जाने से खूंटी में 24 घंटे विद्युत आपूर्ति बहाल हो सकेगी। लेकिन, अब जब जिला में पावर ग्रिड का निर्माण पूरा होकर उसे शुरू हुए डेढ़ वर्ष बीत गए हैं, तब भी बिजली की लचर व्यवस्था में अपेक्षाकृत कोई सुधार ना होना गंभीर चिता का विषय है।

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आए दिन बिजली की आंखमिचौली से काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। कोरोनाकाल में स्कूलें बंद है, घर में ही बच्चों को पढ़ाई करना पड़ रहा है। अधिकतर लोग भी घर से बेवजह बाहर नहीं निकलना चाहते हैं ऐसे में बिजली की आंखमिचौली से बच्चों की पढ़ाई बुरी तरह प्रभावित हो रही है।

- विश्वजीत देवघरिया उर्फ लालू, भगत सिंह चौक

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पिछले कुछ दिनों से जारी बिजली की आंखमिचौली तो अब हद हो गई है। आए दिन बार-बार कहीं ना कहीं फॉल्ट हो जाने के कारण घंटों विद्युत आपूर्ति ठप पड़ जाना खूंटी की दिनचर्या में शामिल हो गया है। विद्युत आपूर्ति के इस लचर व्यवस्था के कारण बच्चों की पढ़ाई जहां बुरी तरह प्रभावित हो रही है वहीं पेयजल आपूर्ति भी बाधित हो जाती है।

- नीरज चौरसिया, कर्रा रोड

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लोगों के जीवन में बिजली की महत्ता अत्यधिक बढ़ गई है। बिजली नहीं रहने से लोगों को भारी कठिनाई का सामना करना पड़ता है। किचन से लेकर शयन कक्ष और बाथरूम तक हर जगह बिजली की आवश्यकता पड़ती है। ऐसे में मानसून के शुरूआती दौर में ही बिजली संकट ने शहरवासियों की परेशानी बढ़ा दी है।

- कुणाल कुमार, तालाब रोड

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बिजली की लचर व्यवस्था ने खासी परेशानी उत्पन्न कर दी है। आए दिन घंटों विद्युत आपूर्ति ठप रहने से एक ओर जहां बच्चों की पढ़ाई प्रभावित होती है वहीं दूसरी ओर कई जरूरी घरेलू काम भी बाधित होते हैं। सबसे बड़ी दिक्कत तो तब होती है जब घंटों बिजली नहीं रहने से टंकी में पानी चढ़ाने का काम नहीं हो पाता।

- प्रणव चौधरी उर्फ बबलू, डीएवी रोड

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जिला में विद्युत कर्मियों की संख्या आवश्यकता के अनुरूप बहुत कम है। मानव दिवस कर्मी की कमी से भी विभाग जूझ रहा है। बावजूद शहर में विद्युत आपूर्ति की व्यवस्था को दुरुस्त बनाए रखने के लिए विभाग पूरी तरह से तत्पर व गंभीर है। 33 केवीए, 11 केवीए सहित एलटी लाइन किनारे अधिकांश क्षेत्रों में बड़े-बड़े पेड़ अवस्थित है। हवा बारिश होने से पेड़ की डालियां टूटने और विद्युत लाइन के संपर्क में आने से फॉल्ट हो जाता है। कर्मियों की कमी के कारण विद्युत लाइन सहित अन्य क्षेत्रों में उत्पन्न फॉल्ट को ढूंढ कर दुरुस्त करने में थोड़ा समय जाया हो जाता है। इन कमियों के बावजूद विभाग शहर में निर्बाध विद्युत आपूर्ति के लिए हर संभव प्रयास में जुटी है। जिन क्षेत्रों में आए दिन फॉल्ट हो रहा है वैसे क्षेत्रों में सु²ढ़ व्यवस्था स्थापित हो सके इसके लिए विभाग हरसंभव प्रयास कर रहा है। शीघ्र ही इन सभी समस्याओं का समाधान कर विद्युत आपूर्ति व्यवस्था को दुरुस्त कर लिया जाएगा।

दीपक खलखो, सहायक विद्युत अभियंता, खूंटी

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