छात्र-छात्राओं के बहुआयामी विकास व शिक्षण व्यवस्था को सु²ढ़ करने के लिए बनेगा एक्शन प्लान

जिले के उपायुक्त शशि रंजन ने छात्र-छात्राओं के बहुआयामी विकास व शिक्षण व्यवस्था को सु²ढ़ करने और कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय की छात्राओं के शिक्षा व उनके विकास के लिए एक्शन प्लान बनाया जाएगा।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 20 Sep 2021 08:18 PM (IST) Updated:Mon, 20 Sep 2021 08:18 PM (IST)
छात्र-छात्राओं के बहुआयामी विकास व शिक्षण व्यवस्था को सु²ढ़ करने के लिए बनेगा एक्शन प्लान
छात्र-छात्राओं के बहुआयामी विकास व शिक्षण व्यवस्था को सु²ढ़ करने के लिए बनेगा एक्शन प्लान

जागरण संवाददाता, खूंटी : जिले के उपायुक्त शशि रंजन ने छात्र-छात्राओं के बहुआयामी विकास व शिक्षण व्यवस्था को सु²ढ़ करने और कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय की छात्राओं के शिक्षा व उनके विकास के लिए एक्शन प्लान बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि इन विद्यालयों के छात्र-छात्राओं के अकादमिक सफलता के साथ-साथ इनका विकास सुनिश्चित कर इन्हें उज्ज्वल भविष्य की ओर अग्रसर करना ही मुख्य उद्देश्य है। साथ ही उन्होंने जिले के विद्यालयों की आधारभूत सुविधा बिजली, पेयजल, शौचालय आदि की स्थिति की विस्तृत जानकारियां ली और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। वे सोमवार को समाहरणालय सभागार में शिक्षा विभाग से संबंधित बैठक को संबोधित कर रहे थे। उपायुक्त ने सरकारी विद्यालयों में शिक्षा के स्तर को बढ़ाने के सार्थक प्रयास करने की अपील की।

बैठक में उपायुक्त ने निपुण मिशन के संचालन से संबंधित कार्यों की समीक्षा की। निपुण (नेशनल इनिशिएटिव फॉर प्रोफिसिएंसी इन रीडिग विथ अंडरस्टैंडिग एंड न्युमेरेसी) मिशन केंद्र सरकार द्वारा तीन से नौ वर्ष के कक्षा एक से तीन में पढ़ने वाले विद्यार्थियों में 2026-2027 तक बुनियादी साक्षरता एवं संख्यात्मक समझ विकसित करने के उद्देश्य से चलाया जा रहा है। इस मिशन के अंतर्गत जिला एवं प्रखंड स्तर पर समिति बनाई गई है, जो इस कार्यक्रम की प्रगति को लेकर निगरानी ईकाई के रूप में कार्य करेगी। इसके तहत आंगनवाड़ी एवं विद्यालय के बीच समन्वय स्थापित करने, शिक्षकों के प्रशिक्षण, बच्चों के पढ़ने के लिए सामग्री तैयार की जाएगी। हाल के वर्षों में विभिन्न आकलन द्वारा बच्चों में बुनियादी अंक एवं अक्षर ज्ञान की समझ न होने एवं इसके परिणामस्वरूप आगे की कक्षाओं में ड्राप आउट होने के कारण इस मिशन को लाने की आवश्यकता है। इस कार्यक्रम के तहत बन रही पाठ्यचर्या में हिदी, अंग्रेजी व गणित की दक्षता के अतिरिक्त बच्चों के सामजिक एवं भावनात्मक कल्याण को भी ध्यान में रखा गया है। बैठक में उपायुक्त ने उपस्थित सभी पदाधिकारियों को जिले में बुनियादी अंक एवं अक्षर की समझ एवं कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों में छात्राओं के भविष्य एवं बेहतर पढ़ाई को लेकर जिला क्रियान्वयन योजना बनाने का निर्देश दिया।

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