सूखते तालाब को संरक्षित करने आगे आए युवा

सहेज लो हर बूंद के तहत दैनिक जागरण की ओर जारी जल संरक्षण अभियान का असर मिहिजाम नगर पर्षद क्षेत्र में दिखने लगा है। इसी 10 अप्रैल की संस्करण में दैनिक जागरण ने बुद्धा बाबू तालाब की बदहाली की खबर प्रमुखता से प्रकाशित की थी।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 18 Apr 2021 06:20 PM (IST) Updated:Sun, 18 Apr 2021 06:20 PM (IST)
सूखते तालाब को संरक्षित करने आगे आए युवा
सूखते तालाब को संरक्षित करने आगे आए युवा

संवाद सूत्र, मिहिजाम (जामताड़ा) : सहेज लो हर बूंद के तहत दैनिक जागरण की ओर जारी जल संरक्षण अभियान का असर मिहिजाम नगर पर्षद क्षेत्र में दिखने लगा है। इसी 10 अप्रैल की संस्करण में दैनिक जागरण ने बुद्धा बाबू तालाब की बदहाली की खबर प्रमुखता से प्रकाशित की थी। खबर का असर यह हुआ कि रेलपार शांति नगर स्थित लगभग सौ वर्ष पुरानी बुद्धा बाबू तालाब की साफ सफाई व गहरीकरण का कार्य रविवार से आरंभ कर दिया गया।

तालाब सुरक्षित रखने के लिए स्थानीय जयप्रकाश भगत, अजय कुमार चौधरी, गुड्डू पांडे, धनंजय चौधरी, महबूब आलम, रामनरेश गोप सहित दर्जन भर युवा आगे आए। इनके प्रयास की सराहना भी हो रही है। जयप्रकाश भगत ने बताया कि तालाब को संरक्षित करने के लिए आपसी सहयोग से सर्वप्रथम जेसीबी मशीन से गहरीकरण करने का कार्य आरंभ किया गया है। इसके अलावा तालाब के किनारे लोगों के बैठने के लिए व्यवस्था की जाएगी। साथ में विद्युत की व्यवस्था करने की भी योजना है। युवाओं ने लोगों से तालाब में गंदगी नहीं फेंकने की अपील की। गौरतलब हो कि बुद्धा बाबू तालाब कूड़ेदान बन कर रह गया था। तालाब में नाम मात्र का पानी है। उस पर जलकुंभी तालाब को निगलने में लगा है। जबकि मिहिजाम क्षेत्र के लिए यह तालाब ऐतिहासिक माना जाता है। पूर्व के वर्षो में हटिया दुर्गापूजा के उपरांत मां दुर्गा प्रतिमा का विसर्जन यहीं किया जाता था। इसके अलावा लोग छठ पूजा से लेकर वर्ष भर कपड़े साफ करने, स्नान करने, यहां तक खाना बनाने के लिए तालाब के पानी का उपयोग करते हैं। परंतु रखरखाव नहीं होने से इस तालाब पर बदहाली की काली छाया घर कर गई थी।

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