करमाटांड़ में ट्रेन से कटकर मजदूर की मौत

करमाटांड़ (जामताड़ा) सोमवार देर रात को मजदूरी कर घर वापस लौट रहे करमाटांड़ था

By JagranEdited By: Publish:Tue, 14 Sep 2021 05:10 PM (IST) Updated:Tue, 14 Sep 2021 05:10 PM (IST)
करमाटांड़ में ट्रेन से कटकर मजदूर की मौत
करमाटांड़ में ट्रेन से कटकर मजदूर की मौत

करमाटांड़ (जामताड़ा) : सोमवार देर रात को मजदूरी कर घर वापस लौट रहे करमाटांड़ थाना क्षेत्र के सीताकाटा गांव के निवासी 55 वर्षीय जयदेव रवानी की मौत ट्रेन से कटकर हो गई। रेलवे फाटक से गुजरने के क्रम में डाउन मेन लाइन से आ रही मिथिलांचल एक्सप्रेस गाड़ी नंबर 031 56 की चपेट में आने से घटनास्थल पर ही उनकी मौत हो गई। मंगलवार की सुबह मधुपुर जीआरपी ने शव को कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम करवाकर पीड़ित स्वजनों को सौंप दिया। मृतक के घर के सामने सुबह लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। घर में कोहराम मचा है। पत्नी व पुत्रों की रुलाई नहीं थम रही।

बताया गया कि सीताकाटा रेल फाटक के पास मिथिलांचल एक्सप्रेस की चपेट में आने से जयदेव रवानी का शरीर कुछ दूर पोल नंबर 269/2 के पास फेंका गया। घटना की खबर सुनते ही घटनास्थल पर आरपीएफ इंस्पेक्टर शमीम खान, आरपीएफ जवान आरएसके चौधरी, रजनीश कुमार पहुंचकर मामले की जानकारी लिया। मंगलवार सुबह मधुपुर जीआरपी पहुंची। जयदेव रवानी का घर भी रेलवे फाटक के समीप है। इससे स्थानीय लोगों ने शव की तुरंत पहचान कर उनके स्वजनों को हादसे की जानकारी दी। स्वजन घटनास्थल पर पहुंचकर विलाप करने लगे। मृतक के पुत्र सुजीत रवानी ने बताया कि पिताजी प्रत्येक दिन देर रात को काम करके घर वापस लौटते थे। सोमवार को घर वापस लौटने के क्रम में ट्रेन की चपेट में आने से उनकी मौत हो गई है। इसकी जानकारी स्थानीय ग्रामीणों से मिली। उनकी मौत को लेकर पूरे गांव में मातम छाया हुआ है।

सुबह से ही मृतक के घर ढांढ़स देने को लोग पहुंचने लगे। मृतक की पत्नी मुन्नी देवी का पति की मौत के बाद रो-रोकर बुरा हाल है। उनके तीनों पुत्र भी पिता के शव के पास फूट-फूटकर रो रहे थे। पत्नी मुन्नी देवी ने बताया कि उनके तीन पुत्र हैं। सुजीत रवानी, मोहन रवानी व छोटू रवानी। बड़े बेटे सुजीत रवानी का विवाह हो चुका है।

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