कोरोना पॉजिटिव गांव में सर्वे टीम को झेलना पड़ा ग्रामीणों का विरोध

कुंडहित (जामताड़ा) विक्रमपुर गांव में तीन दिन से लॉकडाउन की स्थिति में खाने-पीने का अनाज नहीं मिल रहा है। इसके विरोध में बुधवार की सुबह कोरोना लक्षण का सर्वे करने पहुंची टीम के साथ ग्रामीणों की बकझक हो गई।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 29 Apr 2020 07:11 PM (IST) Updated:Wed, 29 Apr 2020 07:11 PM (IST)
कोरोना पॉजिटिव गांव में सर्वे टीम को झेलना पड़ा ग्रामीणों का विरोध
कोरोना पॉजिटिव गांव में सर्वे टीम को झेलना पड़ा ग्रामीणों का विरोध

कुंडहित (जामताड़ा) : विक्रमपुर गांव में तीन दिन से लॉकडाउन की स्थिति में खाने-पीने का अनाज नहीं मिल रहा है। इसके विरोध में बुधवार की सुबह कोरोना लक्षण का सर्वे करने पहुंची टीम के साथ ग्रामीणों की बकझक हो गई। ग्रामीणों ने सर्वेकर्ताओं से कहा कि तीन दिन से घर में बैठे हैं। खाने-पीने का एक भी सामान नहीं है। खाने-पीने का सामान दीजिए तब सर्वे करने आइए। इसकी जानकारी ग्रामीणों व सर्वेकर्ताओं ने बीडीओ गिरिवर मिज व बागडेहरी थाना प्रभारी मुकेश कुमार को दी। बीडीओ बागडेहरी थाना पहुंचे और ग्रामीणों को बुलाकर समझाने का प्रयास किया।

ग्रामीण कुतुबुद्दीन खान, आताउर खान, दिलावर खान, टार्जन खान, बाबर खान, सुबोध बाउरी ने कहा कि अभी रमजान का महीना चल रहा है। इस परिस्थिति में गांव को पूरी तरह से लॉकडाउन कर दिया गया है। गांव के लोग बाहर नहीं जा पा रहे हैं जिस कारण गांव में खाने-पीने का सामान नहीं मिल रहा है। तीन दिन से लोग घर के अंदर बैठे हैं। घर में जितने भी खाने-पीने का समान था अब खत्म हो गया। ग्रामीणों ने बीडीओ व उपायुक्त से गांव में राहत के लिए खाने-पीने का व्यवस्था करने की मांग की। साथ ही बागडेहरी, कुंडहित व नाला से दुकान का सामान लाने की छूट देने को कहा। इस पर बीडीओ मिज ने लोगों से कहा कि गांव के दुकानदार को बागडेहरी, कुंडहित व नाला से सामान ले जाने की छूट दी जाएगी। लेकिन मुश्किल है कि इस गांव के दुकानदार को कोई सामान नहीं देना चाहते। बाद में सर्वे टीम गांव में घर-घर जाकर लोगों से हासिल की। बीटीटी अवध बिहारी राम ने बताया कि गांव में आठ टीम घर-घर जाकर सर्वे कर रही है।

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