टेंपो चालकों की मनमानी से जोखिम में सफर
करमाटांड़ (जामताड़ा) करमाटांड़ में वाहन चालकों की मनमानी एवं प्रशासन की अनदेखी के क
करमाटांड़ (जामताड़ा) : करमाटांड़ में वाहन चालकों की मनमानी एवं प्रशासन की अनदेखी के कारण टेंपो चालक पैसों के लालच में सवारियों का जान जोखिम में डालकर फर्राटे भर रहे। लेकिन प्रशासन की इस ओर नजर ही नहीं है। प्रखंड के कई ऐसे निजी वाहन हैं जो सड़कों पर यमदूत बनकर दौड़ रहे हैं। टेंपो सेवा के नाम पर चलने वाले इन वाहनों में एक हजार से अधिक लोग सफर कर रोज अपनी जिदगी का दांव लगा रहे हैं। सामान व सवारियों से खचाखच भरे इन वाहनों की कमान भी ऐसे चालक के हाथ होती है, जोकि ज्यादातर अप्रशिक्षित होते हैं।
यही नहीं पीछे पावदान पर ही सात से आठ लोग, अगल-बगल तीन चार सवारियां, ड्राइविग सीट पर सवारियों को बैठाकर खुद लटककर वाहन चलाते ये चालक न तो कहीं प्रशिक्षण लिए होते हैं और न ही इनका कोई रजिस्ट्रेशन होता है। यही नहीं इनमें से अधिकांश के पास वाहन चलाने का लाइसेंस भी नहीं होता है। ऐसे में कोई हादसा हो जाए तो ये सीधे भाग खड़े होते हैं। घर जल्दी पहुंचने के चक्कर में लोग इन्हीं वाहनों से यात्रा कर अपनी जान जोखिम में डाल देते हैं। इन डग्गामार वाहनों पर अब तक न पुलिस और न ही परिवहन विभाग के अधिकारियों की ही नजर है।
मनमानी के कारण सड़कों पर लगा रहता है जाम : विद्यासागर रेलवे स्टेशन यात्रा करने के लिए आसपास लोगों का प्रमुख साधन है। ऐसे में प्लेटफार्म से यात्रा करने के बाद जब लोग बाहर निकलते हैं तो टेंपो चालक पैसे कमाने के चक्कर में सड़कों पर वाहनों का पड़ाव कर देते हैं। जिससे जामताड़ा-मधुपुर मुख्य सड़क पूरी तरह से जाम हो जाता है।
भीड़ में चोरों को बोलबाला : स्टेशन से बाहर जाने के क्रम में चोर लोगों की जेब भी खाली कर देते हैं। ऐसे में कई बार तो लोगों से तूतू-मैंमैं भी होती है। इस जाम की वजह से आसपास के दुकानदारों को भी खासी परेशानी का सामना करना पड़ता है। इस संबंध में स्थानीय लोगों ने प्रशासन से भी कई बार गुहार लगाई है, लेकिन नतीजा कुछ नहीं निकला।