टीका करण को गति देने को प्रशासन त्रिस्तरीय पंचायत प्रतिनिधियों को लेकर बनाए रणनीति : वि. अध्यक्ष

जामताड़ा देशभर की आवश्यकता के अनुरूप दैनिक जागरण ने यस फॉर वैक्सीन जागरूकता अभियान शु

By JagranEdited By: Publish:Fri, 18 Jun 2021 08:00 PM (IST) Updated:Fri, 18 Jun 2021 08:00 PM (IST)
टीका करण को गति देने को प्रशासन त्रिस्तरीय पंचायत प्रतिनिधियों को लेकर बनाए रणनीति : वि. अध्यक्ष
टीका करण को गति देने को प्रशासन त्रिस्तरीय पंचायत प्रतिनिधियों को लेकर बनाए रणनीति : वि. अध्यक्ष

जामताड़ा : देशभर की आवश्यकता के अनुरूप दैनिक जागरण ने यस फॉर वैक्सीन जागरूकता अभियान शुरू किया है। इसके लिए पूरा जागरण परिवार धन्यवाद के पात्र हैं। जामताड़ा जिला ही नहीं बल्कि अन्य जिले में भी टीकाकरण में भ्रामक अफवाह व दुष्प्रचार बाधक बन रहा है। शासन प्रशासन को चाहिए कि जिले में टीका करण में पिछड़ रहे क्षेत्रों को चिह्नित करें। फिर त्रिस्तरीय पंचायत प्रतिनिधि, सामाजिक समेत सभी संगठनों व गणमान्य व्यक्ति की बैठक कर जागरूकता की रणनीति बनाए ताकि उन क्षेत्रों में टीकाकरण शतप्रतिशत लोगों का किया जा सके। यह आवश्यकता विधानसभा अध्यक्ष सह नाला विधायक ने शुक्रवार को वेबिनार में जताई। वहीं विधायक डॉ. इरफान अंसारी ने घोषणा की जिसे गांव में शतप्रतिशत लोग कोरोनारोधी टीका लगाएंगे, उन गांवों में विकास के लिए विधायक नीधि से 25-25 लाख की योजना देंगे।

---टीका को कोई दुरूप्रभाव नहीं : इसके पूर्व विस अध्यक्ष रवींद्र नाथ महतो ने कहा कि कोरोना से बचाव का एकमात्र उपाय टीका ही है। इसका कोई दुष्प्रभाव नहीं है। विश्व के विशेषज्ञों ने कहा है कि महामारी से बचाव का एकमात्र विकल्प टीकाकरण है। गांव के लोगों के मन से दुष्प्रचार व भ्रामक बातों को जागरूकता के जरिए निकालना होगा। जागरूकता के क्रम में लोगों को महामारी के भयावह रूप के बारे में जानकारी देनी होगी। टीकाकरण में पिछड़ रहे क्षेत्रों में सत प्रतिशत लोगों को टीकाकरण कराने के लिए जिला प्रशासन को समीक्षा बैठक करनी होगी। स्वास्थ्य विभाग समेत अन्य विभाग के पदाधिकारी एवं जनप्रतिनिधियों से यह चर्चा करना होगा कि किस क्षेत्र में टीकाकरण की धीमी है और क्यों। फिर उसका निवारण करना होगा। समय मिलने पर व जिला प्रशासन चाहेगा तो वे भी उस अहम बैठक में शामिल होंगे।

----सभी दल व संगठन मिलकर टीका को दें गति : कांग्रेस के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष सह जामताड़ा विधायक डॉक्टर इरफान अंसारी ने कहा कि दैनिक जागरण का अभियान प्रशंसनीय है। जो काम समाजसेवियों व राजनीति से जुड़े लोगों को करना चाहिए, वह दैनिक जागरण कर रहा है। विधायक ने आगे कहा कि स्वास्थ्य सचिव व स्वास्थ्य निदेशक से संपर्क स्थापित कर जामताड़ा जिले को सर्वाधिक कोरोना रोधी टीका आवंटित कराया गया, लेकिन अफवाह की वजह से जिले में आदिवासी एवं अल्पसंख्यक समुदाय टीका लेने से दूर भाग रहे हैं। ऐसे लोगों को टीकाकरण के प्रति जागरूक करने के लिए जिला प्रशासन प्रयासरत है। वे स्वयं कार्यकर्ताओं के साथ क्षेत्रों में जाकर लोगों को समझा रहे हैं। उन्हें विश्वास दिलाते हैं कि वे खुद टीका ले चुके हैं। टीका से कोई दुष्प्रभाव नहीं पड़ता। हमने टीका ले लिया अब आपकी बारी है। आप भी टीका लीजिए। टीकाकरण से स्वास्थ्य से संबंधित कोई दुष्प्रभाव नहीं पड़ता है। कोई बीमारी नहीं होती। अपवाद को छोड़कर मौत की बात गलत है। टीका लेने के उपरांत व्यक्ति 90 प्रतिशत महामारी से सुरक्षित होते हैं। कहा कि सोशल मीडिया में प्रसारित हो रहे दुष्प्रचार को रोकना होगा। सभी दल व संगठन के लोगों से अपील है कि टीकाकरण को गति देने के लिए दैनिक जागरण के अभियान के साथ आगे बढ़ें। मिलकर सभी प्रयास करें। घोषणा की कि जामताड़ा विधानसभा में शतप्रतिशत टीकाकरण वाले प्रत्येक गांव में विधायक निधि से 25- 25 लाख रुपया की योजना देकर लोगों को सम्मान गांव का विकास की राह आसान करेंगे। इतना ही नहीं विधायक ने कहा भगवान ना करें तीसरी लहर का संघर्ष करना पड़े। उसके बावजूद भी शासन-प्रशासन तैयारी में जुटा हुआ है।

कोरोना की तीसरी लहर से बचने को टीका लगाएं : मैं स्वयं स्वास्थ्य सचिव से मिलकर जामताड़ा जिला मुख्यालय में ऑक्सीजन प्लांट स्थापित करने की स्वीकृति दिलाया हूं शीघ्र ही निर्माण कार्य शुरू होगा।

---आदिवासी व अल्पसंख्यक गांवों में गति धीमी : जिला परिषद अध्यक्ष दीपिका बेसरा ने कहा वे ग्रामीण क्षेत्र में निवास करती है। इस कारण ग्रामीण महिला पुरुषों की भावना को भलीभांति समझती हैं। ग्रामीण क्षेत्र में खासकर आदिवासी व अल्पसंख्यक बहुल गांव में टीकाकरण की गति सुस्त है। इसका मुख्य कारण सोशल मीडिया का दुष्प्रचार है। जिला प्रशासन के साथ त्रिस्तरीय पंचायत प्रतिनिधि वैसे क्षेत्र जहां टीकाकरण सुस्त है, उक्त गांव में विभिन्न प्रकार के जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन कर लोगों को दुष्प्रचार से मुक्त कराएं। टीका के महत्व को समझाना होगा। कुछ दिन पूर्व वे खुद संक्रमण मुक्त हुई। अब वे भी टीका लेंगी। आस-पड़ोस की महिलाओं को टिकट लेने के लिए प्रेरित कर रही हैं।

----टीका लेने वाले को प्रशासन देगा प्राथमिकता : अनुमंडल पदाधिकारी संजय कुमार पांडेय ने कहा कि यह कहना अनुचित होगा कि केवल आदिवासी व अल्पसंख्यक समुदाय के लोग टीका लेने में पीछे हैं। बहुसंख्यक की भी यही स्थिति है। जिले में 46 प्रतिशत आबादी अल्पसंख्यक एवं आदिवासी समुदाय के हैं, जबकि 54 प्रतिशत आबादी अन्य की। ऐसे में संपन्न 20 फीसदी टीकाकरण क्या दर्शाता है, खुद अंदाज लगा सकते हैं। जहां फ्रंटलाइन वर्कर व गांव के गणमान्य लोगों ने टीका लिया है उस क्षेत्र में टीकाकरण की गति बढ़ी है। इसलिए ऐसे लोगों से अपील करना चाहता हूं कि जो टीकाकरण को गति देने के लिए जागरूक करने का दायित्व निर्वहन कर रहे हैं या करेंगे वे स्वयं पहले जाकर टीकाकरण कराएं। इससे बेहतर संदेश समाज में जाएगा। कहा भ्रामक अफवाह से भयभीत लोगों को भाई मुक्त वातावरण में टीकाकरण कराया जा रहा है। जहां के ग्रामीण टीकाकरण से स्वास्थ्य में दुष्प्रभाव की शंका जाहिर कर रहे हैं वैसे जगहों में चलंत चिकित्सा वाहन चिकित्सक समेत सारी सुविधाएं देकर भेजा जा रहा है। सशंकित लोगों को चिकित्सकीय पर्यवेक्षण में रखने की भी व्यवस्था प्रशासन ने बनाई है। उन्होंने कहा कि शतप्रतिशत टीका लेने में शामिल पंचायत व गांवों को प्रशासन हर कार्य में प्राथमिकता देगा। टीका लेनेवाले लोगों को वे खुद उनके सरकारी कार्यो में प्राथमिकता दे रहे हैं।

---आदिवासी व अल्पसंख्यक लें टीका : जिला परिषद उपाध्यक्ष सायरा बानो ने बताया कि उन्होंने महामारी के दूसरे चरण के भयावह स्थिति को करीब से देखा है। कितने परिचित, रिश्तेदार महामारी रूपी काल के गाल में समा गए हैं। ऐसे महामारी से बचाव का एकमात्र विकल्प टीकाकरण ही है। मैं स्वयं टीका ले चुकी हूं अन्य महिला जनप्रतिनिधियों एवं ग्रामीण महिला को टीका लेने के लिए प्रेरित कर रही हूं। जरूरत है आदिवासी अल्पसंख्यक बहुल गांव में व्यापक रूप से जागरूकता अभियान चलाने का।

चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष संजय अग्रवाल ने कहा कि 45 वर्ष से अधिक उम्रवाले महिला-पुरुष को टीकाकरण कराने के लिए स्लॉट बुकिग नहीं करना पड़ रहा है, जबकि 18 से 44 वर्ष वाले को टीकाकरण के लिए ऑनलाइन स्लॉट बुकिग करना पड़ रहा है। अगर 18 से 44 वालों के लिए स्लॉट बुकिग की व्यवस्था समाप्त कर दी जाए तो टीकाकरण की गति बढ़ जाएगी। अग्रवाल ने जिला मुख्यालय शहर में एक टीकाकरण शिविर स्थापित करने की मांग की ताकि व्यवसायी अपने व्यवसाय संचालित करते हुए कम समय में टीकाकरण करा सकेंगे। कहा कि चैंबर ऑफ कॉमर्स जागरूकता कार्यक्रम में प्रशासन को हर संभव सहयोग करने को तत्पर है।

---टीका के लिए माहौल बनाना जरूरी : समाजसेवी माधव चंद्र महतो ने कहा कोई भी विरोध व अड़चन को खत्म करने के लिए वातावरण निर्माण आवश्यक है। जिले में चल रहे टीकाकरण को लेकर अब तक जिले में उपयुक्त वातावरण तैयार नहीं हुआ है। टीकाकरण कार्य सामान्य कार्यक्रम की तरह हो रहा है अभियान मोड में काम करने के लिए सरकारी, गैर सरकारी, स्वयंसेवी, पंचायत प्रतिनिधि को मिलकर प्रभावशाली तरीके से वातावरण निर्माण करना होगा। जहां टीका कम हो रहा है वहां शिक्षा की कमी देखी जा रही है। इसलिए लोगों को गांव-गांव जाकर भरोसे में लेना होगा।

----गांवों में भी माइकिग कराएं : नाला के समाजसेवी दिनेश मित्रा ने बताया कि टीकाकरण को कुंठित करने वाले दुष्प्रचार पर पूर्णता रोक लगाते हुए लोगों को टीकाकरण रूपी सुरक्षा कवच से अवगत कराना होगा। केवल बाजार में माइकिग कराने से लोगों में जागरूकता नहीं आएगी। पुलिस, प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग, स्थानीय लोगों के सहयोग से गांव-गांव माइकिग करवानी होगी।

---शिक्षक संगठन प्रतिनिधि विद्यासागर ने बताया टीकाकरण को गति देने के लिए दैनिक जागरण परिवार द्वारा चलाए जा रहे जन जागरण अभियान की जितनी प्रशंसा की जाए कम है। महामारी के दूसरे चरण की विषम परिस्थिति में लोगों को जो सबक दिया उससे प्रेरित होकर लोगों को स्वत: स्फूर्त टीका लगवाना चाहिए। टीका लेने के उपरांत किसी भी महिला, पुरुष की मौत नहीं हुई है। सोशल मीडिया में चल रहे भ्रामक अफवाह बेबुनियाद है। टीकाकरण को गति देने के लिए जिला प्रशासन को चाहिए सरकारी लाभ देने के बाबत हिदायत दे कि टीका नहीं लेने पर लाभ में कटौती होगी।

----टीका के महत्व को समझाना होगा : बिराजपुर मुखिया छोटेलाल कॉल ने बताया टीकाकरण ग्रामीण क्षेत्र में चल रहा है, लेकिन गति सुस्त है। आदिवासी अल्पसंख्यक समुदाय के लोग दुष्प्रचार से ग्रसित हो चुके हैं, ऐसे लोगों को जागरूकता के माध्यम से दुष्प्रचार से मुक्त कराते हुए टीकाकरण के महत्व को समझाना होगा।

----शिक्षक टीकाकरण को गति दे सकते : फतेहपुर के समाजसेवी मनोज गोस्वामी ने कहा कि क्षेत्र में टीकाकरण की गति संतोषजनक नहीं है, क्षेत्र के आसन हरिया, शिमला दंगाल, बंदर नाचा आदि आदिवासी बाहुल्य क्षेत्रों में टीका के प्रति लोगों की रुचि नहीं है। इन क्षेत्रों में जागरूकता अभियान की आवश्यकता है। करमाटांड़ के सजल दास ने कहा कि शतप्रतिशत टीका से आच्छादित शिक्षक को टीकाकरण जागरूकता अभियान में लगाए जाने से टीकाकरण को गति मिलेगी क्योंकि शिक्षक का संपर्क प्रत्येक दरवाजे से है। जहां शिक्षकों का प्रयास हुआ है, वैसे गांव में टीकाकरण की गति बढ़ी है। मौके पर संत एंथोनी स्कूल के निदेशक डॉ. चंचल भंडारी, समाजसेवी प्रभाव मोदी, भूदेव मंडल, खेल प्रतिनिधि दीपक दुबे, समाजसेवी अरूप मित्रा, अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी अनीश रंजन समेत पंचायत के प्रतिनिधियों, सामाजिक संगठन के सदस्यों व प्रबुद्ध जनों ने अपने सुझाव दिए और दैनिक जागरण की पहल की सराहना की।

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