शांतिपूर्ण तरीके से विसर्जित की गई मां दुर्गा की प्रतिमा

कुंडहित (जामताड़ा) कुंडहित प्रखंड मुख्यालय व ग्रामीण क्षेत्र में पांच दिवसीय दुर्गा पूजा धूमधाम

By JagranEdited By: Publish:Sat, 16 Oct 2021 07:34 PM (IST) Updated:Sat, 16 Oct 2021 07:34 PM (IST)
शांतिपूर्ण तरीके से विसर्जित की गई मां दुर्गा की प्रतिमा
शांतिपूर्ण तरीके से विसर्जित की गई मां दुर्गा की प्रतिमा

कुंडहित (जामताड़ा) : कुंडहित प्रखंड मुख्यालय व ग्रामीण क्षेत्र में पांच दिवसीय दुर्गा पूजा धूमधाम व शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुई। दुर्गापूजा को लेकर क्षेत्र में सभी पूजा मंडपों में पांच दिन तक चहल-पहल बनी रही। दूर्गा पूजा को लेकर गाव में उत्सव का माहौल देखा गया। अष्टमी एवं नवमी के दिन भक्तों ने मंदिर में पहुंचकर पूजा-अर्चना की। इस दौरान नवमी के दिन माता को बकरों की बलि दी गई। वहीं दशमी के दिन कलश विसर्जन के साथ-साथ लोगों की भीड़ मंदिरों में जुटी।

कुंडहित एवं बागडेहरी थाना क्षेत्र में कुल 28 स्थानों पर मां दुर्गा की पूजा-अर्चना की जाती है। दशमी के दिन कुंडहित में पुरातन थाना, माझपाड़ा, डुमरा, पालाजोड़ी, बनकाटी, गड़जोड़ी, खजूरी, बाबूपुर, नगरी, आमलादही, भंगाहीड समेत बागडेहरी थाना क्षेत्र में सुद्राक्षीपुर, आमडुबी, एवं सटकी पूजा कमेटी द्वारा प्रतिमा का विसर्जन कर दिया गया, शेष कुंडहित लोहारपाड़ा, बाबुपुर, पालाजोरी और अम्बा के चार और बागडेहरी थाना क्षेत्र में बागडेहरी के मुखार्जी टोला, राय टोला, छोलाबेड़िया एवं मुड़ाबेडिया में एक एक प्रतिमा का विसर्जन शनिवार की रात को किया गया। दुर्गापूजा को लेकर सीओ नित्यानंद प्रसाद, कुंडहित थाना प्रभारी दीपक कुमार ठाकुर बागडेहरी थाना प्रभारी बिरजू कुमार साव द्वारा पूजा पंडालों में जाकर कमेटी को आवश्यक दिशानिर्देश दिए गए।

दशमी के दिन सिदूर खेला के दौरान जुटी महिलाओं की भीड़ : दशमी पूजा संपन्न होते ही महिलाओं ने मां दुर्गा के चरणों में अलता एवं सिदूर लगाकर मां को नम आंखों से विदाई दी और आसछे बछर आबार होबे कि उम्मीद को लेकर महिलाओं ने एक दूसरे को सिदूर लगाया। मान्यता है कि महिलाएं पति की लंबी आयु तथा परिवार में सुख, शांति और समृद्धि के लिए एक दूसरे को सिदूर लगाती हैं।

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