21 लाख बार राम नाम लिखने का संकल्प शीघ्र होगा पूरा
जामताड़ा राम नाम जपना किसे अच्छा नहीं लगता मगर कुछ लोग ऐसे हैं जो राम नाम जपने के साथ-सा
जामताड़ा : राम नाम जपना किसे अच्छा नहीं लगता मगर कुछ लोग ऐसे हैं जो राम नाम जपने के साथ-साथ राम नाम लिखना भी अपने जीवन का एक हिस्सा बना चुके हैं। ऐसे ही एक राम भक्त मिहिजाम पल बागान निवासी 64 वर्षीय रामाशंकर शर्मा हैं। इन्होंने तीन साल पूर्व राम राम लिखना आरंभ किए। आज लगभग 18 लाख 42000 बार राम राम लिख चुके हैं और यह सिलसिला लगातार जारी है। शर्मा बताते हैं कि लोग खाली हाथ आए हैं और खाली हाथ संसार से चले जाएंगे। आखरी समय सफर में जाने से पहले कुछ तैयारी कर लेना चाहिए। व्यवसायी ने बताया कि तीन वर्ष पूर्व जबलपुर घूमने गए थे। उस दौरान मन में ऐसा ख्याल आया कि संसार में कुछ लेकर आया नहीं। कुछ लेकर जाना नहीं तो क्यों ना जीवन के अंतिम पड़ाव में अपने को प्रभु श्रीराम के प्रति समर्पित कर दें। आखिरी समय में राम नाम लिखा जाए। उसके बाद से यह सिलसिला लगातार जारी रहा तीन वर्षो में 18,42000 से अधिक बार राम-राम लिखकर नौ कापी भर चुके हैं और यह सिलसिला आगे भी जारी है। 21 लाख का संकल्प पूरा करना है।