अपराधियों के लिए ग्रीन, पुलिस ने माना रेड जोन

साइबर प्रभावित नारायणपुर व करमाटांड़ क्षेत्र में साइबर अपराध के खात्मे के लिए पुलिस ने अभियान तेज कर दिया है। नियमित रेकी व छापेमारी की जा रही है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 03 Dec 2020 10:04 PM (IST) Updated:Thu, 03 Dec 2020 10:04 PM (IST)
अपराधियों के लिए ग्रीन, पुलिस ने माना रेड जोन
अपराधियों के लिए ग्रीन, पुलिस ने माना रेड जोन

प्रमोद चौधरी, जामताड़ा: साइबर प्रभावित नारायणपुर व करमाटांड़ क्षेत्र में साइबर अपराध के खात्मे के लिए पुलिस ने अभियान तेज कर दिया है। नियमित रेकी व छापेमारी की जा रही है। पुलिस ने अपनी कार्रवाई का तरीका बदलते हुए साइबर अपराधियों की गिरफ्तारी का केंद्र बिदु अब फिशिग (जहां बैठकर साइबर अपराधी ऑनलाइन ठगी के लिए मोबाइल का उपयोग करते) जोन को बनाया है। यानी जो इलाका साइबर अपराधियों के लिए अबतक ग्रीन जोन बना था, अब उसे रेड जोन के तौर पर चिह्नित कर पुलिस फूंक-फूंक कर कदम रख रही है। बेहद जरूरी हो, तभी गिरफ्तारी के लिए घरों के अंदर पुलिस प्रवेश कर रही है।

पुलिस की यह रणनीति महीने भर से चल रही है। घर से परहेज इसलिए रखा जा रहा है, ताकि शांति भंग न हो। घर में रेड के दौरान भी पुलिस शालीनता का ख्याल रख रही है।

जेल से छूटने के बाद भी लत नहीं छूट रही: पिछले चौबीस घंटे में करमाटांड़ से गिरफ्तार 14 में तीन साइबर अपराधी पुरुषोत्तम उर्फ राजा, संतोष मंडल व महेंद्र मंडल पुलिस के लिए अब भी बड़ी चुनौती बने हुए हैं। ये तीनों पहले भी जेल की हवा खा चुके हैं। जमानत पर निकलने के बाद भी उनकी साइबर ठगी की लत नहीं छूटी। इसी चक्कर में फिर तीनों की गिरफ्तारी हुई। इनमें दो को पुलिस ईडी की रडार पर भी ला चुकी है। उनकी संपत्ति की जांच हो रही है। कार के साथ गिरफ्तार महेंद्र मंडल को हैदराबाद पुलिस पहले यहां से दबोच कर ले गई थी। मोबाइल से झांसा देकर उसने ऑनलाइन ठगी की थी। कार्ड क्लोनिग मास्टर संतोष मंडल पिछले वर्ष ही जेल गया था। वह भी छूटा और फिर ऑनलाइन ठगी में जुट गया। पुलिस का मानना है कि इसने लगभग एक करोड़ रुपये की अवैध संपत्ति ठगी से अर्जित कर रखी है।

साइबर अपराधियों से गुंडा टैक्स वसूलता है पुरुषोत्तम: गिरफ्तार पुरुषोत्तम सिंह पिछले वर्ष यहां साइबर थाना की पुलिस के हत्थे चढ़कर जेल गया था। इसके पूर्व उसे बंगाल के 24 परगना के विधाननगर साइबर सेल की पुलिस कोलकाता ले गई थी। उसने दमदम एयरपोर्ट निवासी कौशिक सेन के खाते से 83,999 रुपए उड़ाए थे। इस राशि को उसने अपने खाते में ट्रांसफर किया था। यहां साइबर सेल की पुलिस की मानें तो वह करमाटांड़ के शामूपोखर क्षेत्र के अपराधियों के लिए अपनी दबंगई के बूते राजा बना हुआ था। सबों से हफ्ता के तौर पर गुंडा टैक्स वसूलता था। इसके पूर्व वर्ष 2019 में जब साइबर थाने की पुलिस ने यहां दुमका रोड के एटीएम से उसे दबोचा था तो जवान के साथ उसने उठापटक भी की थी।

यह सफलता पुराने अपराधियों पर निगरानी का परिणाम: पुराने तीन शातिरों के अलावा 14 साइबर अपराधियों की गिरफ्तारी पुलिस की महीनों से रेकी व निगरानी की रणनीति का परिणाम है। एसपी दीपक सिन्हा ने यहां योगदान के देने के साथ साइबर थाना व सभी थाना प्रभारियों को हिदायत दी की कि आपराधिक रिकॉर्ड वाले सभी अपराधियों की सूची बनाकर फिलहाल उनकी गतिविधियों को निगरानी में रखें। अपराध में संलिप्तता हो तो तत्काल दबोचें। अब इसी को लेकर सफलता पुलिस के हाथ लग रही है।

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वर्जन:::

पुरुषोत्तम, महेंद्र व संतोष की फिर से गिरफ्तारी से साइबर अपराध पर और अंकुश लगेगा। पुलिस नई रणनीति के तहत पहले रेकी, फिर छापेमारी कर रही है। महीने भर से साइबर अपराधियों को फिशिग प्वाइंट पर ही गिरफ्तार करने की रणनीति अपनाई जा रही है। कम ही लोग घर के अंदर से ठगी के लिए दूसरे को फोन कॉल करते हैं। महीने भर से पुलिस की रेकी व छापेमारी की कड़ी कार्रवाई का ही परिणाम है कि अब महाराष्ट्र, गुजरात आदि राज्यों से पुलिस का सहयोग लेने को कॉल नहीं आ रहा है, अन्यथा पहले सप्ताह भर में चार-पांच कॉल आ ही जाते थे।

- दीपक सिन्हा, एसपी, जामताड़ा।

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