बकाएदार बिजली उपभोक्ताओं के लिए वन टाइम सेटलमेंट स्कीम शुरू
जामताड़ा ग्रामीण क्षेत्र के वैसे बिजली उपभोक्ता जिन्होंने पिछले कई वर्षो से लंबित बिजली बिल क
जामताड़ा : ग्रामीण क्षेत्र के वैसे बिजली उपभोक्ता जिन्होंने पिछले कई वर्षो से लंबित बिजली बिल का भुगतान नहीं किया हो, वर्तमान समय में उसके बिजली बिल की राशि चक्रवृद्धि ब्याज समेत मोटी रकम बकाए के तौर पर बढ़ चुकी है तो ऐसे सभी उपभोक्ताओं को सरकार ने बड़ी राहत देने की घोषणा की है। सरकार की घोषणा के अनुरूप बकाए ग्रामीण घरेलू बिजली बिल के ब्याज की माफी की योजना ओटीएस यानी वन टाइम सेटलमेंट स्कीम 16 जून से जिले में लागू हो चुकी है।
इस योजना के अनुसार ग्रामीण क्षेत्र के बिजली उपभोक्ताओं के बकाए बिजली बिल के ब्याज को माफ कर दिया जाएगा। ब्याज राशि माफी के उपरांत लंबित बिजली बिल की राशि अधिकतम चार किस्तों में कोई भी ग्रामीण उपभोक्ता जमा कर सकते हैं। या कोई उपभोक्ता एक ही बार में जमा दे सकते हैं। इसके लिए एक आवेदन भरना होगा। उसमें एक बार में जमा दे सकते हैं या अधिकतम चार किस्तों में उल्लेख कर फॉर्म जमा किया जा सकता है।
-- जिले के 90 हजार ग्रामीण उपभोक्ताओं को मिलेगा योजना का लाभ : सरकार के घोषित ओटीएस योजना के तहत जिले के 90 हजार ग्रामीण बिजली उपभोक्ता को लाभ मिलेगा। विभागीय जानकारी के अनुसार इस योजना में जिले में लगभग 50 करोड़ रुपये ब्याज माफ की जाएगी। इस योजना के लागू होने से बकाए घरेलू ग्रामीण उभोक्ताओं को काफी राहत मिलेगी।
-- बकाएदार उपभोक्ता उत्साहित : ग्रामीण क्षेत्र के बिजली उपभोक्ताओं के लंबित बिजली बिल की राशि की ब्याज माफी की घोषणा से उपभोक्ता उत्साहित हैं। सरकार के इस प्रकार के निर्णय का ग्रामीण क्षेत्र के उपभोक्ताओं ने सराहना की है। उपभोक्ताओं ने कहा कि सुदूर ग्रामीण क्षेत्र में हजारों उपभोक्ताओं का बिजली बिल का ब्याज हजारों रुपये बढ़ चुका है। नतीजतन लंबित बिजली बिल भुगतान में परेशानी हो रही है। अब ब्याज माफ होने पर उपभोक्ताओं को राहत मिलेगी और लंबित बिजली बिल का भुगतान कई किस्तों में कर सकेंगे।
-- क्या कहते अधिकारी : बिजली विभाग के कार्यपालक अभियंता इंद्रजीत हेंब्रम ने कहा कि सरकार की घोषणा के अनुरूप ग्रामीण घरेलू बिजली बिल बकायेदारों के ब्याज को माफ किया जाएगा। यह स्कीम यानी ओटीएस 16 जून से लागू हो चुकी है, जो 15 सितंबर तक चलेगी। इसमें बकाएदार ब्याज को एक बार जमा दे सकते हैं या अधिकतम चार किस्तों में कुल बकाए रुपयों के 25 फीसदी की दर से जमा किया जा सकता है।