वट सावित्री व्रत में सुहागिनों ने लगाई बरगद के पौधे

संवाद सहयोगी मुरलीपहाड़ी (जामताड़ा) वट सावित्री व्रत बुधवार को आंशिक तथा गुरुवार को व

By JagranEdited By: Publish:Wed, 09 Jun 2021 06:26 PM (IST) Updated:Wed, 09 Jun 2021 06:26 PM (IST)
वट सावित्री व्रत में सुहागिनों ने लगाई बरगद के पौधे
वट सावित्री व्रत में सुहागिनों ने लगाई बरगद के पौधे

संवाद सहयोगी, मुरलीपहाड़ी (जामताड़ा) : वट सावित्री व्रत बुधवार को आंशिक तथा गुरुवार को वृहद पैमाने पर मनाया जाएगा। इसके लिए सुहागिन महिलाओं ने बाजारों से श्रृंगार समेत पूजन सामग्री खरीदी। दुकानों में महिलाओं की भीड़ रही। वट सावित्री के दिन सभी सुहागिन महिलाएं सोलह श्रृंगार कर बरगद की पूजा करेंगी। ऑक्सीजन देने वाले बरगद का पौधे लगाकर दैनिक जागरण के अभियान ऑक्सीजन है वरदान को बल देगी। यह व्रत अखंड सौभाग्य देने वाला और संतान प्राप्ति में सहायक माना जाता है।

बुधवार को महिलाओं ने बताया कि लॉकडाउन में भी वह पति की लंबी आयु के लिए पूरे विधि-विधान के साथ वट सावित्री का व्रत रखेंगी। सुहागिन महिलाएं सोलह श्रृंगार कर बरगद की पूजा कर उस पर जल चढ़ाएंगी। अक्षत, कुमकुम भी चढ़ाया जाएगा। इसके बाद सूत के धागे से वट वृक्ष को बांधकर उसके सात चक्कर लगाकर पति के दीर्घ जीवन की कामना की जाएगी। कथा है कि सावित्री वट की कथा सुनकर अपने ²ढ़ संकल्प और श्रद्धा से अपने मृत पति सत्यवान के प्राण वापस पाए थे। इसी कथा को ध्यान रख कर सुहागिन महिलाएं इस त्योहार को हर्षोल्लास के साथ मनाने वाली हैं।

सबों को वट के पौधे लगाने चाहिए। दैनिक जागरण का ऑक्सीजन है वरदान अभियान को पौधे लगाकर बल देने की बात भी कही। इस व्रत से नई पीढ़ी को भी बहुत सीख मिलेगी।

---वट सावित्री का व्रत दूसरी बार कर रही हूं। पति के दीर्घायु के लिए पूरे विधि-विधान के साथ पूजा, अर्चना करूंगी। लॉकडाउन होने के कारण दो गज दूरी का पालन किया जाएगा। व्रत के लिए पूजन सामग्री और श्रृंगार सामग्री खरीद ली है। इस व्रत में ऑक्सीजन देने वाला वट वृक्ष की पूजा सुखद देने वाली बात है।

--- काजल देवी, सुहागिन , पांडेयडीह --पति के दीर्घायु के लिए पिछले 15 वर्षों से वट सावित्री का व्रत कर रही हूं। लॉकडाउन होने के कारण अबकी बार सादगी से पूजा, अर्चना की जाएगी। वट वृक्ष के समक्ष पूजा-अर्चना करना बड़ा महत्वपूर्ण पल है । प्राण वायु देने वाले वृक्ष को सूत्र से बांधना हमारे लिए गर्व का विषय है । हम अपने परिवार के साथ इसके पौधे भी लगाएंगे । दैनिक जागरण के अभियान में शामिल होकर सभी महिलाएं वट के पौधे लगाएं। --- अर्चना देवी, सुहागिन, पांडेयडीह ---वट सावित्री का व्रत कई साल से कर रही हूं। इससे मन में उमंग है। सावित्री भारतीय संस्कृति में ऐतिहासिक चरित्र मानी जाती है। महिलाओं को इससे प्रेरणा लेनी चाहिए। जीवनदायी ऑक्सीजन देने वाले वृक्ष की पूजा के अलावा इसके पौधे भी लगाने चाहिए। अब वे खुद तो पौधे लगाएंगी ही, अन्य महिलाओं को भी प्रेरित करेंगी।--- गीता देवी, सुहागिन, पांडेयडीह

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