होम आइसोलेट संक्रमितों को नहीं मिल रहा मेडिकल किट
संवाद सहयोगी जामताड़ा बहरहाल जिले के शहरी तथा ग्रामीण क्षेत्रों में सक्रिय संक्रमित मरीज
संवाद सहयोगी, जामताड़ा : बहरहाल जिले के शहरी तथा ग्रामीण क्षेत्रों में सक्रिय संक्रमित मरीजों की संख्या 1072 है, जिसमें से 950 संक्रमित का उपचार होम आइसोलेट व्यवस्था में हो रही है। विभागीय प्रावधान के अनुरूप होम आइसोलेट संक्रमित को आवश्यक दवा, समय-समय पर बुखार मापने के लिए थर्मामीटर, शरीर में उपलब्ध ऑक्सीजन मापने के लिए पल्स ऑक्सीमीटर युक्त मेडिकल किट उपलब्ध कराना था। लेकिन सदर प्रखंड छोड़कर अन्य प्रखंड के सुदूरवर्ती क्षेत्रों में होम आइसोलेट के संक्रमित को नहीं मिल रहा मेडिकल किट। वे अपने खर्च पर उपचार कर रहे हैं। चिकित्सक के लिखे गए पर्ची में अंकित विभिन्न दवा, थर्मामीटर एवं पल्स ऑक्सीमीटर का शहर में घोर अभाव, कतिपय दुकानों में अगर उपलब्ध है तो ग्राहकों की क्षमता की पहचान के उपरांत निर्धारित दामों से ऊंचे दामों में उपलब्ध कराते हैं। दुकानदारों को भी ऊंचे दामों में उपकरणों को बेचने में खौफ है। इसी का परिणाम है कि जरूरतमंद सभी लोगों को थर्मामीटर पल्स ऑक्सीमीटर समेत नेमूलाइजर दुकान में उपलब्ध नहीं रहने की बात सुनाई देती है। 1300 रुपये में सहज रूप में उपलब्ध होने वाला पल्स ऑक्सीमीटर जिला मुख्यालय के दवा दुकानों में उपलब्ध नहीं है। कतिपय दुकान में अगर उपलब्ध है भी तो 1600 से 2000 रुपये तक में बेचा जा रहा है। नारायणपुर प्रखंड के बड़बाहाल गांव में तीन व्यक्ति संक्रमित हुए। वर्तमान समय में संक्रमण मुक्त हो चुके हैं इन्हें जांच उपरांत होम आइसोलेट तो किया गया लेकिन तीन प्रकार की चंद गोलियां के अलावा कुछ भी नहीं दिया गया। इन लोगों ने बताया भगवान भरोसे संक्रमण मुक्त हुए है। निजी स्तर से दवा उपलब्ध कराया गया, किसी भी स्वास्थ्य कर्मी एवं चिकित्सक ने दो सप्ताह के कार्यकाल में स्वास्थ्य से संबंधित किसी प्रकार की जानकारी लेना उचित नहीं समझा। इसी प्रखंड के अंबाटांड गांव में तीन घरों में छह से अधिक संख्या में लोग संक्रमित हुए लेकिन स्वास्थ्य विभाग की ओर से दवा युक्त मेडिकल किट उपलब्ध नहीं कराया गया। इसमें से दो संक्रमित की स्वास्थ्य स्थिति में कई दिनों तक उतार-चढ़ाव होता रहा। काफी प्रयास के बाद स्वजन ने ऊंचे दामों में थर्मामीटर एवं पल्स ऑक्सीमीटर खरीदारी की और संक्रमित की जान बचाया। संक्रमित बताते हैं की सिविल सर्जन से पल्स ऑक्सीमीटर एवं थर्मामीटर के साथ दवा की मांग की गई तो उन्होंने प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को मेडिकल किट वितरण को अधिकृत किया। जब प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी से बात की तो डॉ अरविद कुमार दास ने बताया की थर्मामीटर एवं पल्स ऑक्सीमीटर की कोई सुविधा उपलब्ध नहीं है। आंशिक दवा जो उपलब्ध हुआ है, उसे मरीजों को दिया जा रहा है। इतना ही नहीं इसी प्रखंड के पांडेडीह, मदनाडीह, सबनपुर के अलावा करमाटांड़ प्रखंड के कई गांवों में दर्जनों संक्रमित होम आइसोलेट में निजी खर्च की दवा एवं स्वास्थ्य जांच संबंधी उपकरण का उपयोग करने से स्वस्थ हुए हैं। इसमें आर्थिक रूप से कमजोर संक्रमित को कई प्रकार के आर्थिक समस्याओं से रूबरू होना पड़ा है। वर्तमान समय में भी आर्थिक रूप से कमजोर परिवार के संक्रमित चिकित्सक द्वारा लिखे गए शत-प्रतिशत दवा की खरीदारी करने में असमर्थ साबित हो रहे हैं। थर्मामीटर एवं पल्स ऑक्सीमीटर की उपलब्धता नहीं होने से होम आइसोलेट संक्रमित की स्वास्थ्य की स्थिति कई गांव में बद से बदतर हुई। गंभीर अवस्था में अस्पताल ले जाने को मजबूर हुआ। सहरपुरा पंचायत के दो संक्रमित के स्वजन पिछले तीन दिनों से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नारायणपुर, कोरोना अस्पताल जामताड़ा एवं जिला मुख्यालय शहर स्थित दवा दुकान में पल्स ऑक्सीमीटर एवं थर्मामीटर समेत कई एंटीबायोटिक दवा लेने के लिए चक्कर लगा रहे है। -- वर्जन : सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों को होम आइसोलेट संक्रमित को दवा युक्त मेडिकल किट उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है। खासकर जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं एवं स्वास्थ्य गतिविधियां उतार चढ़ाव हो रहा है ऐसे संक्रमित को थर्मामीटर एवं पल्स ऑक्सीमीटर अनिवार्य रूप से देना है। यदि किसी क्षेत्र में संक्रमित को मेडिकल किट उपलब्ध नहीं कराया गया है या नहीं कराया जा रहा है तो जांच की जाएगी। जांच उपरांत आवश्यक पहल होगी। - डॉ आशा एक्का, सिविल सर्जन,जामताड़ा