लॉकडाउन में बदल गई दिनचर्या, सिमट गई गतिविधियां
संवाद सहयोगी नारायणपुर (जामताड़ा) अन्य दिनों में गुलजार रहने वाला पांडेयडीह भी शनिवार
संवाद सहयोगी, नारायणपुर (जामताड़ा) : अन्य दिनों में गुलजार रहने वाला पांडेयडीह भी शनिवार को वीरान रहा। हालात देखकर लग रहा जैसे पांडेयडीह को विरानगी ने अपने आगोश में ले लिया हो। नारायणपुर-गिरिडीह मुख्य मार्ग पर पांडेयडीह गांव है। यहां भारतीय स्टेट बैंक की शाखा भी है जो सड़क के ठीक बगल में अवस्थित है। यहां अन्य दिनों में काफी चहल पहल रहती है तथा भीड़-भाड़ भी होता है। परंतु लॉकडाउन के कारण सभी जगह वीरानी छाई हुई है। कुल मिलाकर देखें तो लॉकडाउन में सभी ने स्वयं को घर में बंद कर लिया है। खासकर जामताड़ा जिला मुख्यालय और नारायणपुर प्रखंड में कोरोना पॉजिटिव मामला बढ़ने के बाद लोग सख्ती से लॉकडाउन का अनुपालन को मजबूर हो गए हैं।
शनिवार की सुबह 10 बजे अखबार विक्रेता नरेश कुमार नारायणपुर से अखबार लेकर चैनपुर की ओर जा रहा थे। उन्होंने बताया कि उनका यह प्रतिदिन का काम है। क्षेत्र के लोगों को अखबार उपलब्ध करवाते है। वही पांडेयडीह के बजरंग कुमार घर के समीप झाडू देते देखे गए। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन में सभी लोग अपने घरों में कैद हो गए है। लॉकडाउन में सभी की दिनचर्या बदल दी गई है। घर में ही विभिन्न प्रकार के कार्य कर समय व्यतीत कर रहे है। वाहनों व आम लोगों की आवाजाही कम होने से साफ सफाई को बल मिला है। गंदगी कम हुई है गांव में दिन और शाम में लगने वाली चौपाल थम सी गई है। यहां चर्चाएं नहीं होती। कुछ लोग हैं जो कि मोबाइल पर ही संपर्क कर उस परंपरा को बनाए रखे है। मोबाइल पर ही काफी देर तक बातें होती है और क्षेत्र का हालचाल लिया जाता है। --- क्या कहते हैं लोग :
-- लॉकडाउन के कारण लोगों ने स्वयं को घरों में कैद कर लिया है। घर के कार्यों में ही दिन भर रहना पड़ता है। कोरोना वायरस को हराने के लिए ऐसा किया जाना जरूरी भी है। -- संजय ओझा ग्रामीण -- हम सभी सरकार के निर्णय के साथ हैं और कोरोना वायरस को हराना है तो लॉकडाउन को मानना होगा। घरों में ही हम लोग समय व्यतीत कर रहे है। बच्चों को पढ़ा रहे हैं तो घर का अन्य कार्य भी कर रहे है। सभी और शांति ही शांति है।
-- बाबूलाल कोल, पंचायत समिति सदस्य, नारायणपुर