अपने घरों में अदा की आखिरी जुमे की नमाज

संवाद सूत्र जामताड़ा मुसलमानों का पवित्र महीना रमजान चल रहा है। इसे देखते हुए शुक्रवार क

By JagranEdited By: Publish:Fri, 07 May 2021 06:11 PM (IST) Updated:Fri, 07 May 2021 06:11 PM (IST)
अपने घरों में अदा की आखिरी जुमे की नमाज
अपने घरों में अदा की आखिरी जुमे की नमाज

संवाद सूत्र, जामताड़ा : मुसलमानों का पवित्र महीना रमजान चल रहा है। इसे देखते हुए शुक्रवार को रमजान महीने का आखिरी जुमे की नमाज लोग अपने घरों में ही अदा की। अलविदा जुमे की नमाज को लेकर मस्जिदों में काफी भीड़ जमा होती थी लेकिन दो वर्ष से कोरोना जैसी जानलेवा बीमारी के कारण मस्जिदों में पांच लोग ही अलविदा की नमाज अदा किए।

नमाज के बाद रोजेदारों ने हाथ उठाकर अल्लाह से इस कोरोना महामारी से निजात दिलाने की दुआ मांगी। जिले में लगातार कोरोना वायरस से हो रही मौत से लोग काफी चितित हैं। जामताड़ा शहर में सुभाष चौक स्थित जामा मस्जिद के इमाम मौलाना यासीरउद्दीन ने जुमे की नमाज अदा कराई। पाकडीह व सरखेलडीह जामा मस्जिद में इमाम हाफिज कमरुद्दीन ने नमाज अदा कराई । मौके पर इमाम हाफिज यासीरउद्दीन ने कहा कि मस्जिद में नमाज पढ़ने पर जो सवाब मिलता है, मौजूदा हालात को देखते हुए वही सवाब घर पर ही नमाज पढ़ने पर मिलेगा। नमाज के बाद कोरोना वायरस से निजात पाने के लिए लोगों ने खुदा से दुआएं मांगी।

मौलाना यसीरुद्दीन ने बताया कि अलविदा का जुमा इसलिए खास होता है कि इस मुबारक महीने का यह आखिरी जुमा था। इसके बाद ही रोजेदारों को खुशियां देने के लिए ईद- उल-फितर का त्योहार आता है। वहीं उन्होंने समाज के लोगों से अपील करते हुए कहा कि रमजान और ईद के मौके पर ज्यादा से ज्यादा गरीबों को तक्सीम कीजिए। जरूरतमंदों की मदद करें। फिजूलखर्ची ना करें। मुल्क की बेहतरी के बारे में सोचें। कोरोना महामारी की वैश्विक महामारी की मुश्किलों से अपने मुल्क को बचाना है। गरीबों की मदद और भूखों की फिक्र का जज्बा पैदा करने के लिए बेदार होने की जरूरत पर बल दिया गया। उन्होंने कहा की सरकार की गाइडलाइन का पालन करें। बेहद जरूरी काम ना हो तो घरों में ही रहे साफ- सफाई का ध्यान दें।

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