तालाब व कूप निर्माण की जांच शुरू
संवाद सहयोगी कुंडहित (जामताड़ा) कुंडहित प्रखंड की चार पंचायतों में सरकारी मनाही के
संवाद सहयोगी, कुंडहित (जामताड़ा)
: कुंडहित प्रखंड की चार पंचायतों में सरकारी मनाही के बावजूद चक्रवात यास के दौरान मनरेगा योजना के तालाब व सिचाई कूप निर्माण कार्य जारी रखने व उसमें भारी संख्या में मजदूरों को काम देने का मामला प्रकाश में आया है। अब धरातल में ऐसे क्यों हुआ और अधिक मजदूरों की संख्या दिखाने के पीछे क्या राशि गबन की मंशा है या सरकारी फरमान की जानकारी ही नहीं थी, की जांच शुरू कर दी गई है। इसका खुलासा अब जांच रिपोर्ट पूरी होने के बाद ही होगा। जबकि सच्चाई है कि चक्रवात के दौरान राज्य सरकार ने अलर्ट करते हुए राज्य भर में काम बंद रखने की हिदायत दी थी। ऐसे में कुंडहित प्रखंड में चार पंचायत में से केवल एक पंचायत मुड़ाबेड़िया एक सप्ताह पर 2300 से अधिक मजदूरों को काम करते हुए देखा दिया गया है। यह रिपोर्ट मिलने के बाद उपायुक्त फैज अक अहमद मुमताज ने इसकी जांच यहां शुरू करवा दी है। जांच के बाद बड़ा गड़बड़झाला या लापरवाही उजागर होने से इनकार नहीं किया जा सकता है।
उपायुक्त के निर्देश पर बुधवार को जिला से दो सदस्य टीम ने कुंडहित प्रखंड के खजुरी व गायपाथर पंचायत के दर्जनों गांव में तालाब व सिचाई कूप योजना का भौतिक सत्यापन किया। योजना से जुडे़ मजदूरों का मिलान किया गया। मौके पर प्रशिक्षु़ उप समाहर्ता ईश्वर महतो व एनआरपी के सहायक अभियंता विशाल खलको खजुरी व गायपाथर पंचायत के गांवों में पहुंचे। तालाब व कूप में काम करने वाले नामित मजदूरों को सत्यापन किया। एक- दो योजना में एक- दो मजदूर कम पाया गया। शेष योजनाओं में मजदूर की संख्या रिपोर्ट के अनुसार रहने की जानकारी मिली। खजुरी पंचायत के खजुरी, बेनियागंज तथा गायपाथर पंचायत में सीमा, पुतुलबोना तथा गायपाथर गांव में मनरेगा योजना से संचालित तालाब व सिचाई कूप में कार्यरत मजदूर तथा निर्माण कार्य की नापी कर वस्तुस्थिति से टीम अवगत हुई। मुड़ाबेड़िया पंचायत में योजनागत जांच अगले दिन होगी।
जांच टीम ने यह भी देखा कि निर्माण कार्य के बदलेमजदूर मद मे कितना राशि निकाली गयी तथा निर्माण कार्य कितना हुआ। उप समाहर्ता ईश्वर महतो ने जानकारी देते हुए कहा कि उपायुक्त के निर्देश पर जांच की गई। वस्तुस्थिति देखी गई। मजदूरों का मिलान किया गया। रिपोर्ट उपायुक्त को समर्पित की जाएगी। मौके पर सहायक अभियंता सह बीपीओ निखिल साह, कनीय अभियंता वकील मरांडी, अमित सिंह, दोनों पंचायत के पंचायत सचिव, रोजगार सेवक, बीएफटी आदि उपस्थित थे।