सुंदरीकरण व जीर्णोद्धार से अछूता रहा कैला तालाब
नारायणपुर के दलदला मौजा में स्थित कैला तालाब अपनी उपेक्षा का दंश झेलने को विवश है। इस तालाब की विडंबना रही कि मांग के बावजूद न तालाब का सुंदरीकरण कभी हुआ और न जीर्णोद्धार पर ध्यान दिया गया। अन्य तालाबों से जुड़े छठ घाट बने सीढि़यां बनी पर इस तालाब की ओर किसी का ध्यान नहीं गया।
संवाद सहयोगी, नारायणपुर (जामताड़ा) : नारायणपुर के दलदला मौजा में स्थित कैला तालाब अपनी उपेक्षा का दंश झेलने को विवश है। इस तालाब की विडंबना रही कि मांग के बावजूद न तालाब का सुंदरीकरण कभी हुआ और न जीर्णोद्धार पर ध्यान दिया गया। अन्य तालाबों से जुड़े छठ घाट बने, सीढि़यां बनी पर इस तालाब की ओर किसी का ध्यान नहीं गया। स्थानीय लोगों ने कई बार विभाग से तालाब के जीर्णोद्धार की मांग की है। यहां के जनप्रतिनिधियों से सीढ़ी बनवाने की मांग की गई पर परिणाम सिफर रहा। जबकि यह क्षेत्र के प्रमुख तालाब में से एक है।
यहां पूजा, पाठ के अलावे मछली पालन, स्नान करने आदि के कार्य होते हैं। यहां काफी संख्या में पशु पानी पीने भी आते हैं। कुल मिलाकर देखें तो यह क्षेत्र का महत्वपूर्ण तालाब है। परंतु सरकारी अनदेखी के कारण इसकी मौजूदा उपयोगिता खत्म हो रही। तालाब के नजदीक ही बड़ी आबादी है। तालाब पानी से भरे रहने पर सिचाई के भी काम आता है। लोगों को किसानी का लाभ मिलता था। बड़ी आबादी के दिनचर्या के सारे कार्य निपटते थे। पर, इस गर्मी में ये सब संभव नहीं है। तालाब में पानी नाम मात्र का रह गया है। लोगों को तालाब की बदहाली की चिता है पर वे चाह कर भी कुछ नहीं कर सकते। तालाब में घटने पानी का प्रभाव नजदीक के कुआं व चापाकलों पर भी पड़ने लगा है। तालाब पूरी तरह सूख जाएगा तो पानी व चापाकल से प्यास बुझाने के लिए पानी मिलना मुश्किल हो जाएगा। तालाब को बचाना जरूरी है। सरकार की तरफ से इसके संरक्षण की पहल नहीं की गई। अन्य तालाबों पर ध्यान दिया गया पर इसकी सुध नहीं ली गई। अनदेखी ही तालाब की बदहाली का कारण है। प्रकृति के भरोसे तालाब बचा हुआ है। ---संजय ओझा ग्रामीण। ---तालाब में कीचड़ व गंदगी है। इसे हटाया जाना आवश्यक है। विभाग को इस और पहल करनी चाहिए। विभाग को इस तालाब को संरक्षित करने के लिए गहरीकरण करना चाहिए। यह तालाब क्षेत्र के लोगों के लिए महत्वपूर्ण है। सिचाई समेत सारे कार्य निपटते थे पर अब तो नाम मात्र का पानी रह गया है। ---राजीव कुमार ग्रामीण। ----तालाब का जीर्णोद्धार आवश्यक है। अभी तो जलस्तर कुछ ठीक है परंतु तालाब सूखा तो आसपास के कुआं व चापाकल में पानी आना बंद हो जाएगा। तालाब आदि जलस्त्रोतों से ही जलस्तर कायम रहता है। विभाग को इस पर ध्यान देने की जरूर है। तालाब सूखने से जानवरों को परेशानी होगी। ---दीपा देवी ग्रामीण। जल संरक्षण के लिए तालाब का जीर्णोद्धार होना चाहिए। सरकार को तालाब का गहरीकरण कर तालाब में जमा कीचड़ व गाद को निकलवाना चाहिए। तालाब की सफाई भी जरूरी है। यह तालाब आसपास के लोगों के जीवन का आधार है फिर भी इस पर ध्यान नहीं दिया। ---सपना देवी ग्रामीण।