छठे दिन कुछ घंटे राहत मिली, दोपहर से फिर बारिश शुरू

जामताड़ा छह दिनों से लगातार हो रही झमाझम बारिश ने लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त कर रखा

By JagranEdited By: Publish:Sun, 20 Jun 2021 07:11 PM (IST) Updated:Sun, 20 Jun 2021 07:11 PM (IST)
छठे दिन कुछ घंटे राहत मिली, दोपहर से फिर बारिश शुरू
छठे दिन कुछ घंटे राहत मिली, दोपहर से फिर बारिश शुरू

जामताड़ा : छह दिनों से लगातार हो रही झमाझम बारिश ने लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त कर रखा है। लोगों का घर से निकलना तक मुश्किल हो गया है। शहर में कई जगह जलजमाव की स्थिति है। बिजली संकट भी उपभोक्ताओं को झेलना पड़ रहा है। रविवार को दोपहर के पहले कुछ घंटे तक बारिश थमी रही। आसमान साफ होने लगा था। परंतु दोपहर के बाद पहले रिमझिम फिर मूसलधार बारिश कई क्षेत्रों में शुरू हो गई। चेंगायडीह की सड़क पानी के प्रवाह से नदी जैसी बन चुकी थी।

अत्यधिक बारिश होने के कारण बारिश से पूर्व खेतों में धान का बीज नष्ट होने के कगार पर है। जो लोग बीज नहीं डाल पाए हैं उनके लिए बीज बुवाई का सर्वोत्तम समय है। यह भी किसानों के लिए चिता बनी हुई है। इसका खामियाजा धान के उत्पादन पर पड़ेगा। पहली जून से अब तक जिले में अनुमानित मासिक सामान्य वर्षा पात 226 मिमी. के विरुद्ध 395 मिमी. बारिश जिले में हुई है। जून महीने के 20 दिनों में मासिक लक्ष्य से इतनी अधिक बारिश कितनी नुकसानदेह साबित हो रही है यह स्वत: अंदाजा लगाया जा सकता है। वैसे तो पहली जून से अब तक नियमित बारिश हो रही है, लेकिन छह दिनों से लगातार जारी है।

इधर तेज हवा के साथ बारिश होने से जगह-जगह बिजली लाइन क्षतिग्रस्त हो गई है। लोगों को आवश्यकता के अनुरूप बिजली नहीं मिल रही है। बारिश के कारण अजय नदी का जलस्तर उफान पर है। नदी तट पर शहरी जलापूर्ति प्लांट स्थापित रहने के कारण जलापूर्ति नियमित रखने में भी बाधा उत्पन्न हो रही। आवासीय परिसर में जलजमाव की स्थिति होने से कच्चा मकान धराशायी हो रहे हैं। सड़कों पर जलजमाव की स्थिति होने से आवाजाही में परेशानी हो रही है।

-- 20 दिनों में 395 मिमी. बारिश हुई : जून माह का सामान्य वर्षा पात 226 मिलीमीटर निर्धारित है। इसके विरुद्ध जून माह के 20 दिनों में 395 मिमी. बारिश रिकॉर्ड की गई जो निर्धारित लक्ष्य से बहुत अधिक है। बारिश की ऐसी विषम परिस्थिति में निचले व मध्यम श्रेणी की भूमि में जलजमाव की समस्या उत्पन्न हो गई है। ऐसी जगहों में धान बीज बुवाई नहीं हो पा रही है।

-- जलजमाव की स्थिति : ग्रामीण क्षेत्र की अपेक्षा शहरी क्षेत्र में जल जमाव की अधिक समस्या है। शहर के कई मोहल्लों में आवासीय परिसर के आसपास जलजमाव की स्थिति बनी हुई है। ऐसे में उक्त लोगों के बीच संक्रमण युक्त बीमारी फैलने की आशंका बढ़ गई है। जर्जर सड़कों में जलजमाव की समस्या अत्यधिक हुई है।

-- बिजली बाधित : तेज हवा के साथ बारिश होने से जिले के शहरी से ग्रामीण क्षेत्रों में छह दिनों से बिजली व्यवस्था बाधित है। शहरी क्षेत्र में बिजली की आंख मिचौनी जारी है। ग्रामीण क्षेत्र में पांच से 10 घंटे तक बिजली नहीं मिल रही है। विभागीय सूत्रों की माने तो अत्यधिक बारिश के कारण क्षतिग्रस्त बिजली लाइन को दुरुस्त करने में विभागीय मिस्त्री को परेशानी हो रही है। जब बारिश छूटती है तो मिस्त्री पेट्रोलिग कर क्षतिग्रस्त लाइन को चिह्नित करते हैं और उसको दुरुस्त करने का काम शुरू करते हैं।

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