प्रखंड में चार को तो जिला मुख्यालय में सात को कस्तूरबा संगम

जामताड़ा विद्यालय में बच्चों के सर्वागीण विकास में पठन-पाठन के साथ शैक्षणिक गतिविधियों की

By JagranEdited By: Publish:Wed, 01 Dec 2021 06:37 PM (IST) Updated:Wed, 01 Dec 2021 06:37 PM (IST)
प्रखंड में चार को तो जिला मुख्यालय में सात को कस्तूरबा संगम
प्रखंड में चार को तो जिला मुख्यालय में सात को कस्तूरबा संगम

जामताड़ा : विद्यालय में बच्चों के सर्वागीण विकास में पठन-पाठन के साथ शैक्षणिक गतिविधियों की महत्वपूर्ण भूमिका है। कस्तूरबा संगम कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में पढ़नेवाले बच्चों में छिपी हुई प्रतिभा को निखारने का सुनहरा अवसर है। इस तरह के आयोजन से माता-पिता व समुदाय भी बच्चों को आगे बढ़ते देखकर विद्यालय से जुड़ते हैं। छात्राओं में शैक्षणिक विकास के साथ गैर शैक्षणिक गतिविधियों में भागीदारी सुनिश्चित की जा सकती है। उक्त बातें जिला शिक्षा पदाधिकारी अभय शंकर ने बुधवार को अपने सभागार में कस्तूरबा विद्यालय के वार्डन व लेखापाल की समीक्षा बैठक में कही।

आगे बताया कि कस्तूरबा संगम कार्यक्रम के आयोजन का मुख्य उद्देश्य बच्चों में छिपी प्रतिभाओं की पहचान करते हुए प्रतिस्पर्धा के माध्यम से गुणात्मक सुधार करना है। कहा कि चार दिसंबर को प्रखंड स्तरीय कस्तूरबा विद्यालय परिसर में प्रखंड स्तरीय प्रतियोगिता का आयोजन होना है, जबकि सात दिसंबर को जिलास्तरीय कस्तूरबा संगम प्रतियोगिता का आयोजन उपायुक्त कार्यालय परिसर में आउटडोर स्टेडियम में होगा। कक्षा छह से कक्षा आठ की छात्राओं के लिए प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता, निबंध लेखन प्रतियोगिता, भाषण प्रतियोगिता, चित्रकला प्रतियोगिता, नाटक अथवा नृत्य नाटिका (सामाजिक संदेश आधारित) स्पर्धा का आयोजन होगा। इसी प्रकार कक्षा नौ से 12 वीं के छात्राओं के लिए वाद विवाद प्रतियोगिता, विज्ञान प्रदर्शनी, निबंध लेखन प्रतियोगिता,भाषण प्रतियोगिता, चित्रकला प्रतियोगिता, नाटक प्रतियोगिता का आयोजन होना है। कहा कि जिला स्तर पर विद्यालयों के बैंड प्रदर्शन प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा जिसमें से उत्कृष्ट एक बैंड समूह का चयन किया जाएगा। बैंड प्रतियोगिता में छात्राओं की अधिकतम संख्या 20 होगी। इस प्रतियोगिता के लिए सामूहिक पुरस्कार दिए जाएंगे। जिला शिक्षा पदाधिकारी ने वार्डन को निर्देश दिया कि निर्धारित तिथि से पूर्व कस्तूरबा संगम आयोजन की तैयारी पूरी कर लें। कार्य योजना विद्यालय प्रबंधन समिति की बैठक में तैयार करें। विद्यालय स्तर प्रतियोगिता में प्रस्तुत की गई विज्ञान प्रदर्शनी का माडल जिला और राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में प्रदर्शित होगा। मौके पर एडीपीओ संजय कापरी, एपीओ बंदना भट्ट, उज्ज्वल मिश्र समेत सभी कस्तूरबा विद्यालय के वार्डन व लेखापाल शामिल थे।

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